साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर पच्छाद से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले गंगूराम मुसाफिर की आज हिमाचल कांग्रेस में वापसी हो गई।मुसाफिर के चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस की प्रत्याशी दयाल प्यारी बीजेपी की रीना कश्यप से चुनाव हार गई थी। गंगूराम मुसाफिर ने शनिवार को शिमला स्थित राजीव भवन पहुंचकर पूरे दलबल के साथ कांग्रेस में वापसी की। इस दौरान हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी और हिमाचल विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार भी मौजूद रहे।
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले गंगूराम मुसाफिर की वापसी बेहद अहम है। उनके पार्टी में वापस आने के चलते कांग्रेस को शिमला संसदीय क्षेत्र में मजबूती मिलेगी।आने वाले दिनों में कुछ अन्य निष्कासित लोगों की कांग्रेस में वापसी होगी जिसने पार्टी को लोकसभा चुनाव में मजबूती मिलेगी।प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। शिमला संसदीय क्षेत्र को भी कांग्रेस भारी बहुमत के साथ जीतेगी। गंगूराम मुसाफिर जिला सिरमौर के तहत आने वाली पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक और विधान सभा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
वही तेजिंदर पाल बिट्टू के इस्तीफे को लेकर प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी को इससे नुकसान होगा। एआईसीसी इस मामले को देखेगा कि क्यों उन्होंने पार्टी छोड़ी है।