धर्मशाला : जिला परिषद कांगड़ा की शनिवार को आयोजित साल की आखिरी त्रैमासिक बैठक में सदन के भीतर माहौल गरमाया रहा। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष रमेश बराड़ ने की, जबकि बैठक में जिला परिषद के सीईओ एवं डीसी कांगउ़ा सौरभ जस्सल, जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच सहित जिला पार्षद और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सर्वप्रथम सोलर लाइटस का मुद्दा उठा, इस पर पार्षदों ने लंबे समय से आवेदन करने के बावजूद सोलर लाइटस न लगने की बात कही। हिमऊर्जा से आए प्रतिनिधि ने बताया कि 3949 सोलर लाइटस लग चुकी हैं, जबकि 384 लाइटस अन आइडेंटिफाई हैं, इस पर भी पार्षदों ने ऐतराज जताया।
हिम ऊर्जा के प्रतिनिधि ने कहा कि जो आवेदन आए हैं, उन्हें आईडेंटिफाई करने में दिक्कतें आ रही हैं। इस पर एडीसी सौरभ जस्सल ने कहा कि यह आपकी समस्या है। आप अपने प्रोसेस को स्ट्रीम लाइन करो। साथ ही जिला स्तर पर एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी करें, जिसके लिए परफोर्मा बनाया जाए, जिसमें लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा सकें। अगली बैठक से पहले हय प्रोसेस पूरा हो जाना चाहिए। पार्षदों का कहना था कि एक पार्षद द्वारा किसी पंचायत को सोलर लाइटस को दिया जा रहा पैसा दूसरी पंचायतों में शिफ्ट हो रहा है, इस पर जिला परिषद कार्यालय द्वारा गलती होने के भी पार्षदों ने आरोप लगाए। इस पर जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच ने कहा कि जिला परिषद के 54 पार्षद हैं और मेरे पास हजारों काम हैं। पार्षदों का कहना था कि विभागीय तौर पर जानबूझ कर गलती की जा रही है। जिला परिषद कार्यालय के स्टाफ के जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय में बैठने पर भी पार्षद जोगिंद्र सिंह पंकू ने सवाल उठाए।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगली बैठक से पहले स्टाफ को स्टाफ को तय कार्यालय में नहीं लाया गया तो सभी पार्षद बैठक का बायकाट करेंगे। जिला पार्षद राहुल पठानिया ने कहा कि बैठक साढ़े दस बजे बुलाई गई थी, जबकि शुरू साढ़े बारह बजे हुई। कई पार्षद दूर-दूर से आते हैं, दो घंटे तक सभी को इंतजार करना पड़ा। राहुल पठानिया ने स्टांप डयूटी में की गई 10 फीसदी वृद्धि पर सवाल उठाया। साथ ही जिला परिषद सभागार की मरम्मत पर खर्च हुई राशि पर भी सवाल उठाए। राहुल पठानिया ने बताया कि उन्हें जो आरटीआई के माध्यम से जानकारी मिली है, उसके अनुसार मरम्मत पर 30 लाख रुपये से अधिक राशि खर्च की गई है, जिसमें साढ़े ग्यारह टन लोहा लगा है, जबकि टाइलों पर ही साढ़े सात लाख रुपये खर्च किए गए हैं। पार्षद जोगिंद्र सिंह पंकू ने कहा कि मरम्मत पर हुए खर्च के मामले में किसी पर भी आरोप न लगें, इसके लिए इसकी विजिलेंस जांच करवाई जानी चाहिए, इस पर एडीसी ने कहा कि पहले मीटिंग कर लेंगे।