हिमाचल पथ परिवहन निगम की फ्री सेवाएं ले रहे सरकार के कर्मचारियों व अन्य आई कार्ड धारकों के अब बसों में आई कार्ड यानी पहचान पत्र की ओरिजिनल कार्ड दिखाना होगा वही हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा विकलांग लोगो को मुफ़्त सफर करने की सुविधा प्रदान करता था लेकिन अब व्यवस्था परिवर्तन के चलते निगम ने आदेश जारी किया है कि विकलांग लोगो को अब ओरिजनल पहचान कार्ड भी दिखाना होगा, अब डिजिटल पहचान पत्र मान्य नही होगा
इसका परिणाम सबसे ज्यादा परेशानी विकलांग लोगों को होगी । धर्मशाला में समाज सेवी बेरोजगार सोसाइटी के अध्यक्ष तकदीर सिंह ने बताया की बस पास होते भी विकलांगो से किराया लिया जा रहा है। तकदीर सिंह ने बताया कि विकलांगों का ओरिजनल कार्ड एक साल के बाद आता है । अप्लाई करने के बाद uid नंबर मिलता है जिस पर वह लोकमित्र केंद्र से डिजिटल कार्ड ही ले पाते है इस पर ही वह सफर कर पाते हैं उन्होंने इस संधर्भ में जब पथ परिवहन के प्रबंधक से बात की तो उन्होंने धर्मशाला में इसे वैलिड मानने के मौखिक आदेश जारी कर दिए । उन्होंने इस संधर्भ में हिमाचल सरकार से मांग की है कि इसे हिमाचल के सभी डीपो में मान्यता दी जाए ।
उन्होंने कहा कि अगर यह मांग नही पूरी होगी तो विकलांग लोंगो को धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा । सरकार एक तरफ़ तो विकलांगो के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चला रही है दुसरी तरफ इस तरह के आदेश जारी कर रही है ।