धर्मशाला।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नशे से बचाने के लिए संवेदनशील है, लेकिन यह मिशन जन भागेदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि नशे का मुद्दा जटिल है इससे निपटने के लिए प्रभावी रणनीति और सतत प्रयास जरूरी हैं।
मंगलवार को धर्मशाला के कालेज सभागार में नशा निवारण पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम मे बतौर मुख्यातिथि पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि युवाअवस्था समाज की सबसे प्रगतिशील और गतिशील आयु वर्ग है, लेकिन यह उम्र नशे के प्रति संवेदनशील आयु वर्ग भी है। इन्हें नशे के मकड़जाल से बचाना समय की मांग है। इस दिशा में अभिभावक, शिक्षक एव युवा कारगर भूमिका निभा सकते हैं। कार्यक्रम का आयोजन गुंजन स्वयंसेवी संस्था द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिलाधीश हेमराज बैरवा, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एसपी अशोक रत्न, धर्मशाला नगरनिगम आयुक्त जफर इकबाल, जिला स्वस्थ अधिकारी डॉ आरके सूद, पार्शव गायक कुमार साहिल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इससे पहले धर्मशाला नगर निगम के आयुक्त जफर इकबाल ने कहा कि नशे से युवाओं को बचाने के लिए बाल्यावस्था से ही हस्तक्षेप जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाषणों के बजाय किशोरों का सशक्तिकरण और कौशल विकास महत्वपूर्ण है। एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने कहा कि आज जरूरत युवाओं को बचाते हुए उन्हें अन्य खेल स्पर्धाओं की ओर ले जाने की है। इस मौके पर निदेशक गुंजन संस्था के पदाधिकारी संदीप परमार, विजय कुमार ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर नशा बचाव मुहिम में प्रभावी कार्य करने पर विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ योगदान के लिए मंडी साक्षरता व जनविकास समिति से राजेन्द्र मोहन और हिमाचल ज्ञानविज्ञान समिति से सत्यवान पुंडीर को सम्मान प्रदान किया गया। व्यक्तिगत उल्लेखनीय सेवाओं के लिए डिग्री कालेज देहरी के प्रिंसिपल डॉ सचिन कुमार, सेंट्रल यूनिवर्सिटी से डॉ शबाब अहमद और ज्योति शर्मा भारद्वाज को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंकज पंडित और निखिल शर्मा ने किया।