शिमला।
हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने के राज्यसभा सदस्य हर्ष महाजन के बयान पर पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने पलटवार किया है और हर्ष महाजन पर विधायकों को खरीद कर राज्यसभा सदस्य बनने के आरोप लगाए हैं। अनिरुद्ध सिंह के हर्ष महाजन के समय में कॉपरेटिव बैंक में हुए घोटाले की प्राथमिकता पर जांच करने की बात कही है।
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हर्ष महाजन राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कर रहे हैं, लेकिन राष्ट्रपति शासन ऐसे ही नहीं लग जाता है। इसके लिए न्यायालय के दरवाजे हैं। उनके बोलने से राष्ट्रपति शासन लागू नहीं होता है। जो विधायकों के निलंबन का मामला है वह विधानसभा अध्यक्ष के विचाराधीन है। विधानसभा अध्यक्ष नियमों के तहत ही कार्रवाई कर रहे हैं। संविधान को तोड़ने और उसका मजाक बनाने की भाजपा की आदत बन गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस के 6 विधायकों को खरीदा और उसमें से उपचुनाव में 4 कांग्रेस जीत कर आई है। तीन निर्दलीय विधायकों को भाजपा ने इस्तीफा दिलाया है। प्रदेश की जनता इन्हें सबक सिखाएगी। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर ने विधानसभा में खड़े हो कर कहा था कि इस सरकार को भगवान नहीं बचा पाएगा, लेकिन ये सरकार पूरे पांच साल चलेगी। जयराम आज कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा रहे हैं, वो अपने कार्यकाल को भूल गए है। जयराम ठाकुर केवल ट्रांसफर वाले और अपने फैसला बदलने वाले मुख्यमंत्री साबित हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने कोई काम नहीं किया है, जबकि कांग्रेस सरकार के 16 महीने के कार्यकाल में विकास कार्य किए हैं। बीते साल बरसात में आपदा आई थी उसमें प्रभवितों की मदद की है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में कोई मदद नही की है।
जयराम ठाकुर को विपक्ष की भूमिका पचा नहीं पा रहे
जयराम ठाकुर द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर उठाए गए सवालों पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर को विपक्ष की भूमिका पचा नहीं पा रहे हैं क्योकि वे खुद 5 साल सत्ता के नशे में चूर थे और अभी तक वह नशा उतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करेगा उन्हें बक्शा नहीं जाएगा चाहे वह मंत्री के बच्चे हों या फिर विधायकों के। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कैथलीघाट से ढली फोरलेन का काम चला हुआ है जिसमें कई अनियमितताएं बरती जा रही हैं। बिना अनुमति के काम किया जा रहा है। अभी सेकंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है फॉरेस्ट की डीआर कटी है लेकिन 37 लाख जमा नहीं करवाए हैं। मलबा वैज्ञानिक तरीके से डंप नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डंपिंग साइट में ग्रेट वॉल नियमों के तहत नहीं है, फॉरेस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है। अभी दो दिन पहले हुए आधे घंटे की बारिश में तीन बड़े डंगे गिर गए। कंपनी द्वारा जो मलबा दम किया जा रहा है। वह लोगों के खेतों और घरों में जा रहा है और आने वाले दिनों में यह बड़ा त्रासदी का रूप ले सकती है। जो भी अधिकारी अनियमितताओ में शामिल होंगे उन पर निश्चित रूप से कार्यवाई की जाएगी।