धर्मशाला।
बीते दिन विश्वविद्यालय में एक ऐसी घटना सामने आई जिसमें एक प्रोफेसर ने शोधार्थी लिखित शोध पत्र की चोरी कर उसे अपने नाम से प्रकाशित करवाया। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के देहरा परिसर के अंतर्गत आने वाले समाजशास्त्र विभाग में एक प्रोफेसर द्वारा उच्च शिक्षण संस्था में शोधार्थी के शोध पत्र की चोरी करना निंदनीय है।
बताया जा रहा है कि शोधार्थी ने अपना शोध पत्र प्रोफेसर को त्रुटियां निकालने के लिए दिया था, लेकिन उक्त प्रोफेसर ने उस शोध पत्र को अपने नाम से प्रकाशित करवा लिया गया। जब शोधार्थी द्वारा कमेटी के संज्ञान में यह घटना लाई गई और इस विषय पर चर्चा की गई तो उक्त प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने का प्रयास किया जाता है। अतः प्रोफेसर द्वारा स्वयं को बचाने के लिए मारपीट का झूठा इल्जाम कमेटी के सदस्यों पर लगा दिया जाता है।
विश्वविद्यालय छात्र परिषद के संज्ञान में यह बात आने के बाद छात्र परिषद के प्रतिनिधियों द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विश्वविद्यालय छात्र परिषद ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए उक्त प्रोफेसर पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। ताकि विश्वविद्यालय में शिक्षा का माहौल बना रहे और भविष्य में ऐसी घटनाएं विश्वविद्यालय में ना घटे।