नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के मौके पर यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री सुनक ने प्रधानमंत्री को ऐतिहासिक लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। दोनों राजनेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। राजनेताओं ने रोडमैप 2030 के कार्यान्वयन पर चर्चा की और नियमित उच्च स्तरीय राजनीतिक परामर्श, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और आर्थिक सहयोग, महत्वपूर्ण और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों तथा लोगों के बीच आपसी संबंधों सहित व्यापक रणनीतिक साझेदारी के सभी क्षेत्रों में हुई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते की वार्ता में हुई प्रगति पर भी संतोष व्यक्त किया। दोनों राजनेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मामलों पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने ‘होराइजन 2047’ रोडमैप और भारत-प्रशांत रोडमैप पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत और फ्रांस के बीच आपसी संबंधों की समीक्षा की। इस दौरान रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और राष्ट्रीय संग्रहालय साझेदारी जैसी सांस्कृतिक पहल और जन-भागीदारी को बढ़ाने में सहयोग पर चर्चा हुई। वे ‘मेक इन इंडिया’ पर अधिक ध्यान देने के साथ रणनीतिक क्षेत्र में रक्षा-सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए। दोनों नेता 2025 में फ्रांस में आयोजित होने वाले आगामी एआई शिखर सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन के संदर्भ में मिलकर काम करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, ऊर्जा और खेल के क्षेत्र में सहयोग का विस्तार करने पर भी सहमत हुए।
सम्मलेन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति महामहिम वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री ने तीसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभालने पर हार्दिक शुभकामनाओं के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं की सार्थक बैठक हुई जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति और स्विट्जरलैंड द्वारा आयोजित होने वाले आगामी शांति शिखर सम्मेलन पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा और दोहराया कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने हेतु अपने साधनों के भीतर सब कुछ करना जारी रखेगा। (PIB)