नाहन।
हिमाचल सीआईडी ब्रांच और जिला पुलिस ने लापता हैडकांस्टेबल जसवीर सैनी को ढूंढ निकालने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। हैरानी की बात यह है कि जसवीर सैनी के पास किसी भी तरह का मोबाइल फोन नहीं होने के बावजूद सीआईडी ने उसे ट्रेस करने में बड़ी कामयाबी हासिल कर राहत की सांस ली है।
डीआईजी सीआईडी ब्रांच डीके चौधरी ने नाहन में आज प्रेस वार्ता में खुलासा किया कि वे इस थ्योरी पर आगे बढ़े हैं कि कोई भी व्यक्ति आज के दौर में दो-चार घण्टे से अधिक मोबाइल से दूर नहीं रह सकता है। ऐसे में बीती शाम जैसे ही गायब हैडकांस्टेबल ने किसी के मोबाइल फ़ोन से अपने परिचित को फोन लगाया वैसे ही उसकी लोकेशन हरियाणा के नारायण घड़ में ट्रेस हुई। इसके बाद आईपीएस अधिकारी डीएसपी पांवटा साहिब के नेतृत्व में लापता पुलिसकर्मी को ट्रेस कर नाहन लाया गया। इसके बाद आगामी कार्रवाई की तैयारियां की जा रही हैं। लापता पुलिसकर्मी के मिलने के बाद जिला पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।
जसवीर सैनी पर 45 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप
एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि 17 मई को एक व्यक्ति ने कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के खिलाफ उन्हें एक सौंपी थी। शिकायत में बताया गया था कि जसवीर सैनी पर 45 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप थे। शिकायतकर्ता ने एक ऑडियो रिकार्डिंग भी पुलिस को मुहैया करवाई थी। इस मामले में जांच का जिम्मा डीएसपी हैडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर को सौंपा गया था और मामले में जांच की गई। प्रारम्भिक जांच में आरोपों की पुष्टि पाई गई थी। मामले में आगामी जांच व कार्रवाई की जानी थी, लेकिन इस बीच जसवीर सैनी ने वीडियो वायरल करने और लापता होने का नया मामला सामने आ गया।