धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के शोद्यार्थी विक्रम बजोत्रा को उत्कृष्ट शोध पत्र के लिए प्रमाणपत्र मिला है। 56 th एनुअल नेशनल कांफ्रेंस ऑफ़ आई. ए. टी. ई. और प्रो. राम तकावले रिसर्च सेंटर एवं स्कूल ऑफ़ एजुकेशन यशवंतराव चव्हान महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी, नासिक, महाराष्ट्र के संयुक्त
तत्वावधान में आयोजित ‘इंडियन नॉलेज सिस्टम: टीचर, टीचिंग एंड लर्निंग’ शीर्षक आधारित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्टी में उन्हें यह सम्मान मिला है । मूलतः जम्मू के रहने वाले विक्रम विगत तीन साल से केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोद्यार्थी हैं और शिक्षा विभाग के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार सक्सेना के
निर्देशन में” उच्च शिक्षा स्तर पर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के एकीकरण का एक महत्वपूर्ण अध्ययन: उपयोग, नैतिक जागरुकता और सीखने के परिणामों का आकलन “ विषय पर शोध कार्य कर रहे हैं।
विक्रम बजोत्रा के अनुसार उत्कृष्ट शोध पत्र का विषय “ICT as a game changing toolset for 21 st century integration and accessibility of Indian Knowledge system” रहा। यह शोध पत्र उन्होंने प्रो. मनोज कुमार सक्सेना के दिशा-निर्देशन में तैयार किया था। इन्होंने अपने शोध पत्र के मुख्य बिन्दुओं में भारतीय ज्ञान परम्परा में किस तरह से आई. सी. टी. के माध्यम से सामाजिक अवस्थितियों की मुख्य धारा में नवीन प्रयास किया जा सकता है, प्रमुख रहा। इससे पहले विक्रम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय एवं अवस्थी कालेज दाड़ी, धर्मशाला में अपने शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं।
उनकी\ इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप और अधिष्ठाता शिक्षा स्कूल प्रो. मनोज कुमार सक्सेना ने शुभकामनाएं दीं हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।