IGMC शिमला में डाक्टर द्वारा की गई आत्महत्या पर कई सवाल उठ रहे है। आपको बता दें कि पहले भी तीन डॉक्टरों की आईजीएमसी में मौत हो चुकी है।
इससे पहले भी 7 मार्च 2020 को आर्थों के एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली थी. जबकि उससे पहले रेडियोलोजी विभाग के एक डॉक्टर की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. ऐसे में अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर डॉक्टर आत्महत्या क्यों कर रहे हैं? बीते दिनों जूनियर रैजिडेंट डॉक्टर द्वारा अपने कमरे में की गई आत्महत्या के बाद लोगों सोचने को मजबूर हैं।
वीरवार को सर्जरी विभाग के बाहर मृतक के प्रत्यक्षदर्शियों डॉक्टर अन्य साथियों के साथ वार्तालाप करते रहे, लेकिन किसी ने भी मीडिया के सामने कुछ भी नहीं कहा. प्रत्यक्षदर्शी डॉक्टरों का कहना था उन्हें बताने से मना किया गया है. डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने अपना बयान पुलिस में दर्ज करवा दिया है.कुछ डॉक्टरों का कहना था कि डॉक्टर वोमिका जोहरी आत्महत्या कैसे कर सकती हैं, वह तो बहुत अच्छी डॉक्टर थी.
पुलिस ने कमरे से जो मोबाइल फोन बरामद किया है वह आत्महत्या (Suicide in IGMC Shimla) के कई राज खोल सकता है. पुलिस ने अभी मोबाइल फोन को फॉरेंसिक के लिए नहीं भेजा है. शीघ्र ही पुलिस मोबाइल फोन को फॉरेंसिक के लिए भेजेगी. रिपोर्ट आने के बाद कई खुलासे हो सकते हैं और ये भी पता चल पाएगा कि अंतिम बार डॉ. वोमिका जोहरी ने किससे बात की थी.पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव: पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है. दिल्ली से महिला डॉक्टर के परिजन शिमला आए थे और शव लेकर वापिस दिल्ली चले गए. डॉक्टर वोमिका पीजी अंतिम वर्ष में थी और सर्जरी वार्ड में तैनात थी. एसपी शिमला मोनिका भुटूंगरू ने बताया कि पीजी कर रही महिला डॉक्टर द्वारा की गई आत्महत्या मामले में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है. इस मामले को लेकर जांच जारी है. मौके से जो मोबाइन फोन बरामद हुआ है, उसे शीघ्र ही जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा.