चंडीगढ़।
पंजाब में लोकसभा चुनावों ने साबित कर दिया है कि राज्य में के लोगों में भाजपा के प्रति विश्वास अब बढ़ने लगा है। बेशक इस बार पार्टी 13 में से कोई सीट नहीं जीत सकी, लेकिन बढ़ा हुआ मत प्रतिशत इस बात का सुबूत है कि भाजपा दिन प्रतिदिन पंजाब में मजबूत हो रही है। ये बातें पंजाब भाजपा के मीडिया प्रभारी विनीत जोशी ने वीरवार को चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता में कहीं।
विनीत जोशी ने लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के आधार पर दावा किया कि भाजपा राज्य में सबसे ज्यादा ग्रोथ करने वाली पार्टी है, जबकि आम आदमी पार्टी को पंजाब की जनता ने पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी रही है जिसका राज्य के 12 लोकसभा क्षेत्रों में वोटबैंक बढ़ा है और सिर्फ संगरूर में कम हुआ है। 2022 के विधानसभा चुनाव से तुलना करें तो भाजपा के मत प्रतिशत में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है। 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को 6.6% वोट पड़े थे जबकि इस लोकसभा चुनावों में लगभग 18.56% मत पड़े हैं। यह इस बात का सुबूत है कि तमाम कठिनाइयों के बावजूद पार्टी लोगों तक अपनी बात पहुंचने में कामयाब हुई है। उन्होंने दावा किया कि 2027 के विधानसभा चुनावों में भाजपा अपने प्रदर्शन से सबको चौंका देगी।
जोशी ने कहा इस चुनाव में लोगों ने आम आदमी पार्टी को पूरी तरह नकार दिया है। सीएम भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के लोगों से जो भी वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया। चाहे किसान हों, व्यापारी हों या महिलाएं, सबसे आम आदमी पार्टी ने वादाखिलाफी की है। इस लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का मत प्रतिशत राज्य के सभी 13 लोकसभा क्षेत्रों में कम हुआ है। यह और बात है कि वो तीन सीटों पर जीतने में कामयाब हुए हैं, लेकिन इस तथ्य की भी अनदेखी नहीं की जा सकती कि पार्टी अपने 8 मंत्रियों के हलकों में ही हार गई। उनके चार मंत्री जो इस चुनाव में उतरे थे, बुरी तरह हार गए। और तो और 92 में 51 आप विधायकों के होम टाउन में भी पार्टी की हार हुई है।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान हर सीट पर जाकर एक ही बात बोल रहे थे कि वह अपने कामों को लेकर वोट मांग रहे हैं। 13 में से सिर्फ तीन सीटें देकर पंजाब की जनता ने उन्हें अपना जवाब दे दिया है। पंजाब में अब आम आदमी पार्टी सरकार चलाने का मौलिक अधिकार खो चुकी है।इसी तरह शिरोमणि अकाली दल का 12 सीटों पर वोट शेयर कम हुआ है। सिर्फ बठिंडा में ही उनका मत प्रतिशत बढ़ा है। जबकि, कांग्रेस का वोट शेयर सिर्फ छह लोकसभा क्षेत्रों में बढ़ा है और सात में कम हुआ है।
भाजपा का रुतबा बढ़ा
जोशी ने कहा कि अगर इस चुनाव में किसी पार्टी को फायदा हुआ है तो वह भाजपा है। पार्टी ने लगभग 25 साल में पहली बार 2022 में सभी 117 विधानसभा सीटों लड़ा और अब 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है। ऐसे में पंजाब में भाजपा की कारगुजारी की तुलना करनी है तो 2022 से ही हो सकती है। पार्टी का वोट शेयर 6.6% से बढ़कर 18.56% हो गया है। लोकसभा हलकों की बात करें तो अमृतसर में एक लाख 55 हजार, श्री आनंदपुर साहिब में 93 हजार, बठिंडा में 80 हजार और फरीदकोट में 1.01 लाख वोट बढ़े हैं। इसी तरह कई अन्य सीटों पर वोट शेयर एक लाख तक बढ़ा है। सिर्फ संगरूर में घटा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही अब एक मात्र पार्टी रह गई है जिसे राज्य की जनता को मौका देना चाहिए।
लोगों ने माना केजरीवाल शराब घोटाले में लिप्त
जोशी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी कोई सीट नहीं जीत सकी। वहां भाजपा ने सातों सीटों पर जीत हासिल की। इससे साफ हो गया है कि वहां की जनता भी केजरीवाल को नकार चुकी है। लोग समझ चुके हैं कि केजरीवाल भ्रष्ट और झूठे व्यक्ति हैं। लोगों ने भी मान लिया है कि केजरीवाल शराब घोटाले में शामिल हैं।