शिमला।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश की सह मंत्री नैंसी अटल ने कहा कि पिछले दिनों शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी ने जब नम आंखों से कीर्ति चक्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया तो पूरा देश भावुक हो गया था, लेकिन अहमद नाम के एक शख्स ने शहीद कैप्टन की पत्नी पर भद्दे कमेंट कर मानवता को शर्मसार कर दिया।
नैंसी अटल ने कहा कि हाल ही कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया गया। यह सम्मान उनकी विधवा पत्नी स्मृति सिंह ने लिया। उनकी पत्नी ने नम आंखों से यह कीर्ति चक्र राष्ट्रपति से लिया जिसको देखकर पूरा देश भावुक आंखों से शाहिद अंशुमान की शहादत को याद कर रहा था। जहां पूरा हिंदुस्तान शाहिद अंशुमन की पत्नी के साहस के साथ खड़ा था, वहीं दूसरी तरफ धर्म विशेष से संबंध रखने वाले अहमद ने राष्ट्रपति भवन में कीर्ति चक्र प्राप्त कर रही स्मृति सिंह की तस्वीर पर अश्लील कमेंट करना न केवल शहीदों के परिवार का अपमान है बल्कि मानवता को शर्मसार करने वाली घटना भी है। हर बार धर्म विशेष के लोगों द्वारा भारतीय सेना व उनके परिवारों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करना और साथ ही देश विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित होना पूरे देश के लिए चिंतनीय विषय है। इस तरह की संकीर्ण सोच रखने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राष्ट्रपति भवन में स्मृति सिंह कीर्ति चक्र लेने गई और यह तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर हुई जिसपर एक व्यक्ति ने बेहद घटिया तरीके की टिप्पणी लिखी है।
नैंसी अटल ने कहा, अंशुमान सिंह को यह सम्मान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना शिविर में अपने सहयोगियों को बचाने की कोशिश करते हुए खुद की जान चले जाने के लिए दी गई है। 19 जुलाई 2023 की रात को शॉर्ट सर्किट के कारण भारतीय सेना के कैंप में गोला-बारूद के ढेर में आग लग गई, जहां अंशुमान तैनात थे। 26 वर्षीय कैप्टन सिंह ने फाइबरग्लास की एक झोपड़ी को आग की लपटों में घिरा देखा और तुरंत अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए जी जान से जुट गए। उन्होंने चार से पांच व्यक्तियों को सफलतापूर्वक बचा भी लिया। हालांकि आग जल्द ही पास के चिकित्सा जांच कक्ष में फैल गई और वह खुद ही बुरी तरह से झुलस गए। कैप्टन सिंह 26 पंजाब में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात थे। कैप्टन सिंह को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया और उनकी पत्नी स्मृति और मां ने इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया।
नैंसी अटल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद इस तरह की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है। साथ ही विद्यार्थी परिषद प्रशासन से उस व्यक्ति पर और समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करती है। ताकि भविष्य में मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाएं देखने को ना मिले।