सोलन/ हमीरपुर/ बिलासपुर/ धर्मशाला/ ऊना ।
बाढ़, भूस्खलन सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में राहत एवं बचाव सम्बन्धी उपायों पर एक पूर्वाभ्यास (मॉक एक्सरसाइज़) का आयोजन 14 जून को हिमाचल प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों में किया जाएगा। बताते चलें कि गत वर्ष आई भीषण बाढ़ और आपदा से पूरा हिमाचल हिल गया था। इस आपदा में ना जाने कितने लोगों के सिर से घर की छत चली गई और कितने ही लोग बेघर हो गए थे। ऐसे में इस बार बरसात का सीजन शुरू होने से पहले ही सरकार के आदेश पर सभी जिला मुख्यालयों पर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए 14 जून को पूर्वाभ्यास किया जाएगा। इसलिए 14 जून को बाढ़, भूस्खलन, गैस रिसाव को लेकर अलर्ट करने के लिए यदि एंबुलेंस सायरन, खतरे से चेतावनी को घनघनाती घंटियां, हूटर बजाती प्रशासनिक अमले की गाड़ियां दौड़ती दिखें तो घबराएं नहीं। ध्यान रहे, यह सचमुच की आपदा नहीं बल्कि एक मॉक ड्रिल होगी।
सोलन ज़िला के सभी उपमण्डल में पांच स्थलों पर होगी मॉक एक्सरसाइज़ : मनमोहन शर्मा
उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में यह मॉक एक्सरसाइज़ पूरे प्रदेश सहित सोलन ज़िला में भी शुक्रवार को प्रातः शुरू होगी। इस सम्बन्ध में आज बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने बताया कि इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य बाढ़, भूस्खलन व हिमनद झील टूटने से बाढ़ के प्रति जागरूकता बढ़ाना एवं विभिन्न विभागों की तैयारी का परीक्षण करना है। सोलन ज़िला में इसके लिए सभी उपमण्डलों में एक-एक स्थल चिन्हित किया गया है। इन सभी स्थलों में बाढ़, भूस्खलन व गैस लीकेज से सम्बन्धित काल्पनिक परिदृश्य तैयार किए जाएंगे।
अर्की उपमण्डल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अर्की में धरातल तल पर बाढ़ का पानी घुसने की स्थिति से सम्बन्धित आपदा प्रबंधन की तैयारियां परखी जाएंगी। कसौली उपमण्डल में कुमारहट्टी-नाहन सड़क पर बैकुन्ठ होम-स्टे के समीप डगशाई पहाड़ी से भूस्खलन, कण्डाघाट उपमण्डल में साधुपुल में बाढ़, नालागढ़ उपमण्डल में वर्द्धमान ऑरो टेक्सटाईल लिमिटिड में अमोनिया गैस रिसाव तथा सोलन उपमण्डल में शामती में भूस्खलन के काल्पनिक परिदृश्य तैयार कर इन आपात स्थितियों में राहत व बचाव कार्यों की तैयारियों पर पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
मनमोहन शर्मा ने बताया कि इस पूर्वाभ्यास के लिए प्रातः 9 बजे का समय निर्धारित किया गया है और यह प्रक्रिया दोपहर बाद लगभग 02.30 बजे तक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि ठोडो मैदान सोलन में स्टेजिंग एरिया निर्धारित किया गया है। सभी लाइन विभाग निर्धारित समय पर वहां आवश्यक मशीनरी एवं उपकरणों के साथ उपस्थित रहेंगे। पूर्वाभ्यास के दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के स्वतंत्र पर्यवेक्षक भी इसकी निगरानी करेंगे और अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने सभी विभागों से इस पूर्वाभ्यास को तय नियमों एवं निर्देशों के अनुसार पूरी गम्भीरता से पूर्ण करने का आग्रह किया है। उन्होंने सोलन ज़िला के सभी लोगों से भी इस पूर्वाभ्यास में सहयोग का आह्वान किया है। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव, सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, सभी उपमण्डलाधिकारी (ना.) सहित सभी सम्बन्धित विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित थे। इसके उपरांत उन्होंने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बरसात के मौसम में विभिन्न तैयारियों पर आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाग लिया। उपायुक्त ने सोलन ज़िला में बरसात के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
हमीरपुर जिले के पांचों उपमंडलों में किया जाएगा अभ्यास
हमीरपुर के उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के तकनीकी सहयोग से आयोजित की जा रही यह आठवीं मैगा मॉक एक्सरसाइज शुक्रवार को सुबह 9 बजे से आरंभ होगी। मैगा मॉक एक्सरसाइज के दौरान जिला के पांचों उपमंडलों में बाढ़ और भूस्खलन से बचाव एवं प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का अभ्यास किया जाएगा।
अमरजीत सिंह ने बताया कि इस कार्य को एक सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से अंजाम देने के लिए प्रत्येक उपमंडल में स्टेजिंग एरिया स्थापित किया जाएगा और वहीं से सभी संसाधनों का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमीरपुर उपमंडल में दोसड़का के पुलिस मैदान में स्टेजिंग एरिया स्थापित किया जाएगा। इसी प्रकार सुजानपुर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मैदान में, भोरंज उपमंडल के जाहू में, बड़सर उपमंडल में राजकीय महाविद्यालय बड़सर और नादौन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौना के मैदान में स्टेजिंग एरिया बनाया जाएगा। इन्हीं स्थानों से बचाव एवं राहत कार्यों को संचालित किया जाएगा तथा चिह्नित साइटों से लोगों को शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा सभी स्कूलों में भी मॉक एक्सरसाइज की जाएगी। उपायुक्त ने जिला में आपदा प्रबंधन एवं इंसीडेंस रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) यानि घटना प्रतिक्रिया तंत्र से संबंधित सभी विभागों को इस मैगा मॉक एक्सरसाइज में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव को मॉनसून सीजन से संबंधित तैयारियों से करवाया अवगत
मॉनसून सीजन के दौरान किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने की तैयारियों के संबंध में वीरवार दोपहर बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को विभिन्न प्रबंधों से अवगत करवाया। इस बैठक में एसपी भगत सिंह और जिला में आपदा प्रबंधन से संबंधित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
बिलासपुर में आपदा प्रबंधन की तैयारी व क्षमताओं का होगा गहन आकलन
जिला बिलासपुर में आपदा प्रबंधन के तैयारी व क्षमताओं का गहन आंकलन करने के लिए शुक्रवार को मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल ने मेगा मॉक ड्रिल से पूर्व टेबल टॉप अभ्यास के लिए बुलाए गए आपदा प्रबंधन से संबंधित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। बैठक में बारिश, बाढ़, भूस्खलन संबंधी मेगा मॉक ड्रिल को लेकर आपदा प्रबंधन से जुड़े हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के सभी उपमंडल स्तर में निर्धारित स्थलों और संस्थानों में बारिश बाढ़ भूस्खलन से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल से जिला आपदा प्रबंधन को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मेगा मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा में प्रतिक्रिया योजना की प्रभावकारिता को परखना है, ताकि कमियों का पता लगा कर उन्हें समय से सुधारा जा सके। साथ ही इसका एक उद्देश्य सभी हितधारक विभागों व अधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर अद्यतन मानक संचालन प्रक्रियाओं और दिशा निर्देशों से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए विभागों की आपसी समन्वय बहुत जरूरी है।
उन्होंने बताया कि 14 जून 2024 शुक्रवार को मुख्यालय से बाढ़ भूस्खलन की काल्पनिक सूचना मिलने पर मॉक अभ्यास शुरू किया जाएगा। झंडुत्ता के सुन्हानी,घुमारवी के पन्याला, नैना देवी मंदिर परिसर में और सदर बिलासपुर बध्यात सहित कोल डेम और क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में मॉक अभ्यास किया जाएगा।
कांगड़ा जिला के सभी उपमंडलों आज होगी मेगा मॉक ड्रिल: डीसी
कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा जिला के सभी उपमंडलों में 14 जून को मेगा माॅक ड्रिल आयोजित की जाएगी। माॅक ड्रिल के दौरान राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से तैनात पर्यवेक्षक भी उपस्थित रहेंगे तथा माॅक ड्रिल की कर्मियों को लेकर रिपोर्ट भी प्रेषित करेंगे ताकि भविष्य में तैयारियां बेहतर हो सकें।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि सभी विद्यालयों में भी निकासी अभ्यास किया जाएगा। माॅक ड्रिल को लेकर 12 जून को टेबल टाॅप अभ्यास भी किया गया है ताकि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सभी विभागों में आपसी समन्वय स्थापित हो सके। आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में राहत बचाव कार्य प्रभावी तरीके से पूरा करने के लिए विभागों में आपसी तालमेल जरूरी है। इस तालमेल की परख 14 जून को मॉक ड्रिल में की जाएगी। इससे जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण होगा और आपदा प्रबंधन योजना को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी। इस दौरान उपायुक्त ने आम जनता से अपील की कि वे इस मॉक ड्रिल के दौरान किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और भयभीत न हों। यह ड्रिल उनकी सुरक्षा के लिए आपदा प्रबंधन क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए आयोजित की जा रही है।
मॉक अभ्यास को गंभीरता से करने की तैयारी
ऊना के अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा कि मेगा मॉक ड्रिल के जरिए जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा। 14 जून को राज्य मुख्यालय से बाढ़-भूस्खलन-गैस रिसाव की काल्पनिक सूचना मिलने पर जिले के प्रत्येक उपमंडल में निर्धारित स्थानों तथा संस्थानों में प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। यह मॉक ड्रिल सुबह 9 बजे से आरंभ हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस दिन उपमंडल गगरेट के टटेहड़ा गांव (स्वां नदी के समीप), बंगाणा उपमंडल के नलूट गांव (लठियाणी-बडसर रोड़), हरोली उपमंडल के तहत राजकीय प्राइमरी एंड मिडल स्कूल जननी, पोलियां बीत, अम्ब उपमंडल के पिंडी दास आश्रम और नेत्र चिकित्सालय अम्ब और ऊना के इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड, टर्मिनल के पेखूबेला को घटना स्थल मानकर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसमें सेना, अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल जैसी केन्द्रीय एजेंसियों के अलावा जिला एवं उपमंडलों के आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी हिस्सा लेंगे।