मंडी।
8वीं राज्यस्तरीय मेगा मॉक ड्रिल के अवसर पर मंडी के पंचवक्त्र मंदिर में 14 जून को सुबह 9 से मॉक ड्रिल होगी। इसमें बाढ़ की स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास किया जाएगा। यह पूरी तरह वास्तविक समय के आधार पर होगी। मॉक ड्रिल में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के अनिल कुमार पर्यवेक्षक होंगे। एसडीआरएफ की टीम भी मॉक ड्रिल में राहत कार्यों को अंजाम देगी।
एसडीएम ओम कांत ठाकुर ने मॉक ड्रिल को लेकर आयोजित बैठक में बताया कि बाढ़ से बचाव के लिए टेवल टॉप अभ्यास कर लिया गया है। अब इस अभ्यास को 14 जून को मॉक ड्रिल करके परखा जाएगा ताकि आपदा से निपटने के प्लान में कोई कमी है तो उसमें सुधार किया जा सके। इस सारी प्रक्रिया का दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल को लेकर सभी विभागों को जरूरी आदेश जारी किए जा चुके हैं। विभिन्न विभागों के अधिकारी अपनी टीमों के साथ सुबह 9 बजे इंसीडेंट एरिया पड्डल मैदान में एकत्रित होंगे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मानसूनी बरसात ने भयंकर कहर बरपाया था। इसलिए समय रहते बाढ़, भू-स्खलन से निपटने के लिए मॉक ड्रिल बेहतर साबित होगा। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए जितना ज्यादा हमारा अभ्यास होगा उससे उतने ही अच्छे ढंग से निपट सकते हैं।
मॉक ड्रिल के दौरान बाढ़ की स्थिति में लोगों को निकालने, घायल लोंगों को अस्पताल पहंुचाने, अस्थायी शेल्टर देने, मोबाइल सिग्नल बंद हो जाने पर कम्यूनिकेशन बनाने, प्रभावित लोगों को खाने का सामान देने की आपात स्थितियों को परखा जाएगा।