शिमला।
प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चरमराई कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा की ओर से प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जुबानी हमला बोला जा रहा है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जहां पर भी क्राइम होता है वहां कांग्रेस के नेता पूर्ण रूप से चुप हो जाते हैं। साफ दिख रहा है कि सरकार अपने आप को स्थिर रखने में मस्त है, तभी तो मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री रखने के हक में प्रस्ताव पारित करने की नौबत आ गई है।
कश्यप ने कहा कि पुलिस थाना नालागढ़ के तहत एक महिला के साथ बलात्कार करने वाले समुदाय के आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस अधिकारी द्वारा जांच अधिकारी पर दबाव डालने का मामला सामने आया है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस अधिकारी के बार-बार दबाव डालने से तंग आकर जांच अधिकारी ने समय से पहले सेवानिवृति तक ले ली। इसका खुलासा सब इंस्पेक्टर रैंक के जांच अधिकारी के द्वारा नालागढ़ थाना में दर्ज रपट में हुआ है।
जांच अधिकारी ने रपट में यह भी जिक्र किया था कि पुलिस अधिकारी ने उक्त एफआईआर के आरोपियों को गिरफ्तार न करने के आदेश दिए थे। यहां तक की आरोपियों की सीडीआर और पूरे मामले की जांच की रिपोर्ट पुलिस अधिकारी ने अपने कार्यालय में भेजने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह है कांग्रेस सरकार का असली चेहरा।
कश्यप ने कहा कि सिरमौर पुलिस के कालाअंब थाना में तैनात हैड कांस्टेबल जसवीर का वीडियो वायरल होने के बाद लापता होने के मामले में विवाद गहराता जा रहा है। ऐसी क्या नौबत आ गई कि पुलिस के कांस्टेबल को इस गंभीर स्थिति तक पहुंचना पड़ा। मामले में गुरुवार को हेड कांस्टेबल जसवीर के परिजन और ग्रामीण पांवटा साहिब क्षेत्र से जिला मुख्यालय नाहन में पहुंचे और उपायुक्त सहित पुलिस अधीक्षक सिरमौर के कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी करनी पड़ी। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने मामले में निष्पक्ष जांच की गुहार लगाते हुए लापता हुए जसवीर को तुरंत तलाश करने की मांग की। कश्यप ने कहा भाजपा इस मामले में जनता और कांस्टेबल के परिजनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।