पालमपुर : एक दुखद घटना में, परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की मां कमल कांत बत्रा (77) ने आज कांगड़ा जिले के पालमपुर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उन्होंने 2014 में आम आदमी पार्टी से हमीरपुर संसदीय सीट का चुनाव लड़ा था ।
कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को एलओसी से पीछे हटने के लिए विवश कर दिया था और इस पराक्रम में जिला कांगड़ा के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा का अहम योगदान था जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर अपने देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था । परमवीर चक्र विजेता शहीद विक्रम बत्रा की माता कमलकांत बत्रा का आज बुधवार को दोपहर बाद निधन हो गया उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है । कमल कांत प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थीं। उनके पति का नाम जीएल बत्रा है। इन्हें वीर माता के नाम से जाना जाता था। कैप्टन बत्रा को अदम्य साहस और वीरता के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था स्वर्गीय कमलकांत बत्रा का अंतिम संस्कार कल पालमपुर में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने परमवीर चक्र से अलंकृत शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की माता कमल कांत बत्रा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार के सदस्यों को इस असहनीय क्षति को सहन करने की प्रार्थना की।