धर्मशाला : स्कूल शिक्षा बोर्ड ने नवंबर में आयोजित हुई आठ विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) का परिणाम घोषित कर दिया है। परीक्षा परिणाम देखने के लिए परीक्षार्थी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की बैवसाइट www.hpbose.org पर जाकर देख सकते है ।
परीक्षा में उपस्थित हुए छात्रों को अपना परीक्षा परिणाम देखने के लिए एपलीकेशन नंबर तथा जन्म तिथि होना आवश्यक है । हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डा मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि परीक्षा के बाद विधार्थियों को अस्थाई उत्तर कुंजी प्रदान की गई थी परीक्षार्थियों द्वारा पुंजी में दिए गए उत्तरों में जो भी आपत्तियां र्दज करवाई गई उसकी समीक्षा विषय विशेषज्ञों से करवाई गई उसके उपरांत ही यह परीक्षा परिणाम अंतिम उत्तर कुंजी के अनुसार तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह परीक्षा आठ विभिन्न स्ट्रीम में ली गई थी उन्होंने बताया कि विशेष रूप से जेबीटी और डीएलड संकाय को भी इस परीक्षा में शामिल किया गया था क्योंकि कोर्ट के आदेशों के कारण पिछले दो बार में यह स्ट्रीम शामिल नहीं थे ।
उन्होंने बताया कि जेबीटी और डीएलड में यह पास प्रतिशत 32.8 रही अन्य विषयों शास्त्री में 45.14 टीजीटी नान मैडिकल 7.28, टीजीटी मैडिकल 28.61, टीजीटी आर्टस 31.89, लैंगवेज टीचर 11.81 और पंजाबी 23.88 में रही है ,परंतु उर्दू में आठ अभ्यार्थियों ने आवेदन किया था जिसमें से सिर्फ तीन ने ही परीक्षा दी परंतु कोई भी परीक्षार्थी पास नहीं हुआ।
डा मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि सभी विषयों में कुल पास प्रतिशत 26.1 रही उन्होंने बताया कि पिछले दो परीक्षा परिणाम की तुलना में इस बार का परिणाम बेहतर रहा है ओर उसमें औसत 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है ।
उन्होंने बताया कि इस बार सभी विषयों में 41658 अभ्यार्थियों को परीक्षा भरी जिसमें से 3322 अभ्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठे और सिर्फ 9973 परीक्षार्थी ही पास हुए ।
बता दें कि टैट की परीक्षा मात्र एक पात्रता परीक्षा है जिसको पास करने के बाद अभ्यार्थी शिक्षा विभाग में शिक्षक हाई स्कूल स्तर में शिक्षक की नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है ,यह परीक्षा हिमाचल में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य है । हिमाचल में हाई स्कूल स्तर तक शिक्षक बनने के लिए दो प्रकार से चयन किया जाता है पहला बैच वाईज और दूसरा प्रवेश परीक्षा द्वारा , हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार ने अतिथि संकाय में युवाओं को नौकरियां देने की घोषणा की है तो कहीं ना कहीं पास हुए परीक्षार्थियों के लिए यह सुनहरे मौके रूप में देखा जा सकता है।