पालमपुर : हिमाचल विद्युत पेंशनर्स फोरम शाखा पालमपुर के संस्थापक अध्यक्ष ई. एस. एल. भाटिया और कार्यकारी अध्यक्ष ई. बी. डी. मिश्रा और अमर नाथ सेठी प्रेस सचिव ने प्रेस को जारी बयान मे कहा की 52 वर्ष के बिजली बोर्ड के इतिहास मे पहली बार 1 जनवरी नव वर्ष 2024 को पेंशन न मिलने पर पेंशनर्स में भारी रोष है,I उन्होंने इसे प्रबंधक वर्ग के वित्तीय परिणाम की असफलता बताया है।
बिजली बोर्ड के 43 हजार कर्मचारियों और पेंशनरों को अदायगी के लिए हर माह 200 करोड़ रुपये की आवश्कता होती है।
पालमपुर पेंशनर्स फोरम की शाखा के सदस्यों से अनुरोध किया है कि जनवरी 24 की नियमित बैठक इस बार 7 जनवरी 2024 को महाराणा प्रताप राजपूत नजदीक अग्निशमन कार्यालय पालमपुरभवन मे 11 बजे निर्धारित की गई है क्योंकि 12 जनवरी को लोहड़ी का त्योहार है I सभी पालमपुर के सदस्यों के लिए प्रीति भोज का भी आयोजित किया गया है। सभी पालमपुर शाखा के सदस्यों से अनुरोध है कि समय पर पहुंच कर इस महत्वपूर्ण बैठक में गंभीर विषयों पर चर्चा करके कामयाब बनाएं।
बोर्ड प्रबंधक वर्ग से 21 नवंबर को हुई वार्ता और उसके बाद प्रबंधक वर्ग द्वारा उठाए गए निर्णयों के बारे मे भी सदस्यों को महत्व पूर्ण जानकारी से अवगत करवाया जायेगा। विद्युत पेंशनर्स फोरम को संगठित एकजुट रखने और पेंशनर्स के जवलंत मुद्दों का समाधान करने के लिए प्रबंधक एवम सरकार की नींद तोड़ने के लिए भी रणनीति बनाई जाएगी। यह जानकारी अमर नाथ सेठी ने दी I किसी भी प्रकार की अधिक जानकारी के लिए मोबाइल 8219667361 व्हाट्स ऐप 9816052529 पर संपर्क करे I
सूत्रों ने बताया कि बिजली बोर्ड में हर महीने बिलों से होने वाले राजस्व की राशि करीब 540 करोड़ रहती है। इस राशि से ही कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन दी जाती है। सर्दियों के मौसम दौरान बोर्ड को बिजली की आपूर्ति पूरी करने के लिए महंगी दरों पर दूसरे राज्यों से बिजली खरीदनी पड़ रही है। ऐसे में जो राजस्व एकत्र हो रहा है वो बिजली खरीद पर खर्च हो रहा है। इस कारण बोर्ड में धनराशि की कमी हो गई है।