धर्मशाला।
प्रदेश में 10 जुलाई को होने वाले उपचुनावों को प्रभावित करने के लिए प्रदेश की सरकार नीचता और झूठ की सारी हदें पार कर चुकी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता व चुनाव प्रभारी विपिन परमार और भाजपा मुख्य प्रवक्ता व संयोजक राकेश जम्वाल ने देहरा से जारी संयुक्त बयान में कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ज़ब से सत्ता में आए हैं तब से मात्र झूठ बोल कर जनता को भ्रमित करने का ही कार्य करते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान ज़ब मुख्यमंत्री को और उपमुख्यमंत्री को अपनी बेटी व पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए कहा गया तो दोनों हार के डर से पीछे हट गए और अब सत्ता का दुरुपयोग करके पहले उपमुख्यमंत्री की बेटी और अब पत्नी को स्थापित करने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं, कार्यकर्ताओं के हकों को छीना जा रहा है। हालात यह हो गेम हैं कि आज कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी मुख्य्मंत्री द्वारा दी जा रही धमकियों की वजह से परेशानी की हालत में हॉस्पिटल में भर्ती हो गए हैं। उनका सिर्फ इतना कसूर है कि उन्होंने मुख्यमंत्री की पत्नी के बजाय खुद के लिए टिकट की मांग की थी।
परमार और जम्वाल ने कहा कि भाजपा का सीधा आरोप है कि मुख्यमंत्री अपनी पत्नी को चुनाव जिताने के लिए राजधर्म भूल गए हैं और सत्ता का दुरुपयोग कर देहरा को सौगातों का लालच लेकर खरीदना चाहते हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू आज देहरा की जनता को बताएं कि ज़ब एक निर्दलीय विधायक के रूप में होशियार सिंह ने यही सुविधाएं मांगी थी तब सरकार ने इस बात पर विचार क्यों नहीं किया। पूर्व विधायक होशियार सिंह के कहने पर एक भी कार्य उन्होंने नहीं किया तो मजबूरन उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। आज मुख्यमंत्री यह बताएं कि अगर आज जो घोषणा पर घोषणा की जा रही है वैसा पहले किया होता तो आज प्रदेश में जो अस्थिरता पैदा हुई वो कभी नहीं होती और इतना खर्चा भी प्रदेश पर नहीं पड़ता।
ये लोग मात्र अपने परिवार के लिए कार्य करते हैं
परमार और जम्वाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू कहते हैं कि देहरा मेरा और मेरा पुराना घर यहीं है, पर इस देहरा की याद आज ही क्यों आ रही है ? ज़ब उनकी पत्नी यहां से चुनाव लड़ रही हैं। टिकट फाइनल होते ही कैबिनेट में पुलिस जिला बनाना, जबकि हमीरपुर में अभी आदर्श आचार संहिता चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का नेतृत्व आज ऐसी पार्टी कर रही है जिनका एक मात्र ध्येय अपने परिवार को विकास करना है नाकि जनता या कार्यकर्ता का विकास। केंद्र में नजर दौड़ाएं तो राहुल गांधी ने अपनी वायनाड की सीट बहन प्रियंका के लिए खाली की, मंडी की पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने अपने बेटे के लिए मंडी की सीट छोड़ी, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह तो सबसे ही आगे निकल गए और आज अपनी पत्नी के लिए एक कार्यकर्त्ता से देहरा की सीट को छीन लिया। इससे प्रतीत होता है कि ये लोग मात्र अपने परिवार के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा कांग्रेस के धनबल से एन चुनावों को प्रभावित नहीं होने देगी और जनता के सच्चे सेवक होशियार सिंह एक बार फिर चुनाव जीतेंगे। कांग्रेस में बौखलाहट और हार का डर इतना है कि पूर्व विधायक के नामांकन रैली के लिए चिन्हित मैदान की स्वीकृति को भी निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो मर्जी कर ले पर उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है और वे भारी मत से भाजपा के प्रत्याशी को जिताकर विधानसभा भेजने के लिए दृढ़संकल्पित है।