शिमला
विधानसभा सत्र से पहले पक्ष और विपक्ष ने भी अपनी कमर कस ली है. लिहाजा प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है औरआरोप–प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर सरकारको घेरा है.
सरकार बनने के बाद ही डीजल पर 7 रुपए बढ़ा दिए गए. बसों का किराया बढ़ाया, बिजली की दरें बढ़ा दी. 125 यूनिट मुफ्त बिजलीभी एक तरह से बंद हो गई है. अब ग्रामीण क्षेत्रों में नल खुने न खुले ₹100 का बिल पक्का हो गया है. पूर्व भाजपा सरकार ने ग्रामीणक्षेत्रों में आम जनता को मुफ्त पानी दिया था जो सरकार ने छीन लिया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि आने वाले दिनों में अब महिलाओंको भी HRTC की बसों में पूरा किराया देना पड़ेगा, सरकार ने इसकी भी तैयारी कर ली है. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल मेंमहंगाई के तले गरीब इस तरह दब गया है कि उठने के लायक नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 लाख नौकरियां का वायदा करने के बाद लगभग 2 साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने केवल अपनेकरीबी और चहेतों को कैबिनेट रैंक के साथ नौकरी दी है. वहीं प्रदेश का गरीब महंगाई के तले इस तरह दब गया है कि उठने की हालत मेंनहीं है
बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के मुद्दे के बहाने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विषयसिर्फ शारीरिक शिक्षकों के मुद्दे तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले 5 लाख नौकरियां का वादा कियाथा. 2 साल होने को आए हैं मगर अब तक प्रदेश सरकार पूर्व भाजपा सरकार के दौरान हुई प्रक्रियाओं के परीक्षा परिणाम निकाल करवाह–वही लूट रही है. उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षकों की लंबे समय से यह मांग रही है. उनकी ट्रेनिंग हुई है ऐसे में उन्हें पोस्ट क्रिएटकरके नौकरी दी जानी चाहिए. शारीरिक शिक्षकों को आउटसोर्स पर नौकरी देने की बात कहना हैरानी की बात है. जयराम ठाकुर ने कहाकि प्रदेश में बढ़ती हुई बेरोजगारी और कांग्रेस के वादों से प्रदेश के युवा खुद को ठगा–ठगा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब तकसिर्फ अपने नजदीकी और खास लोगों को प्रदेश सरकार ने कैबिनेट दर्जे के साथ नौकरी दी है.
इस दौरान महंगाई के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में महंगाई से गरीबकी कमर टूट गई है. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक के बाद एक महंगाई बढ़ाने वाले निर्णय लिए.