धर्मशाला।
कांगड़ा हवाई अड्डे पर मंगलवार को 7 सदस्यों का अमेरिकन डेलिगेशन दल पहुंचा। कांगड़ा हवाई अड्डे पर सीटीए के अधिकारियों ने तिब्बती संस्कृति से इस डेलिगेशन दल का स्वागत किया। इस मौके पर तिब्बत के विभिन्न संगठन भी हाथ में तिरंगा और अमेरिका का झंडा लिए हुए नज़र आए। इसके बाद इस अमेरिका डेलिगेशन दल को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मैक्लोडगंज के एक निजी होटल के लिए रवाना कर दिया गया।
कांगड़ा हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान अमेरिका डेलिगेशन दल के सदस्य ने कहा कि उन्हें धर्मशाला आकर काफी अच्छा लग रहा है। इस डेलिगेशन दल के सभी सदस्य कल तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से मिलने के लिए काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि तिब्बती गुरु दलाईलामा से मिलने के बाद और उनसे मुलाकात करने के बाद निश्चित रूप से चीन और तिब्बत के बीच चल रहे विवादों पर जरूर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका का हर नागरिक तिब्बतियों के साथ खड़ा है।
बता दें कि यह अमेरिकी डेलिगेशन दल तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से मुलाकात करेगा और चीन और तिब्बत के बीच चल रहे विवादों पर भी चर्चा करेगा। वहीं आज शाम को यह अमेरिकी डेलिगेशन दल मैक्लोडगंज के टिप्पा में तिब्बतियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी भाग लेगा और तिब्बतियों द्वारा इस डेलिगेशन दल को तिब्बत की संस्कृति से भी रूबरू करवाया जाएगा। यह डेलिगेशन दल आज तिब्बती बौद्ध मंदिर में जाकर बौद्ध भिक्षुओं से मुलाकात करेगा। यह अमेरिकी डेलिगेशन दल बुधवार को तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से मुलाकात चीन व तिब्बत के बीच चल रहे विवादों पर भी चर्चा करेगा। इस अमेरिकी डेलिगेशन दल के धर्मशाला पहुंचने के बाद अब तिब्बत के लोगों में भी यह आस जगने लगी है कि तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से मिलने के बाद पूरे विश्व मे इस मुद्दे को उठाया जाएगा और विश्व को यह बताया जाएगा कि किस तरह से चीन ने तिब्बत पर अपना कब्जा किया था इसी के साथ अब तिब्बतियों में अपने घर लौटने की उम्मीद भी जगने लगी है।