ऊना/ कुल्लू।
केन्द्रीय सड़क,परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने बुधवार हिमाचल में ऊना व आनी दो जनसभाओं को संबोधित किया और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया। गडकरी ने कहा यह चुनाव कांग्रेस व भाजपा का भविष्य के फैसले का चुनाव नहीं बल्कि सही अर्थ में देश व देश की जनता के भविष्य का चुनाव है। यह निर्णय जनता को करना है कि कौन सी पार्टी कौन सा नेता आपके भविष्य के लिए काम कर सकता है। देश के 60 साल कांग्रेस को सरकार चलाने का मौका दिया था। उन्होंने मात्र गरीबी हटाओ का नारा दिया पर धरातल पर कुछ काम नहीं किया।
गडकरी ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के दो मुख्य क्षेत्र हैं खेती और उद्योग जोकि बिना पानी, बिजली व संचार साधनों के बिना नहीं चल सकते हैं। उद्योग के बिना कोई रोजगार नहीं हो सकता। 60 सालों में कृषि क्षेत्र में कांग्रेस ने कुछ भी विकास नहीं किया। भारत में 60 प्रतिशत लोग गांव में रहते हैं और बाकी शहरों में लोगों का पलायन शहरों में इसलिए हुआ क्योंकि गांव में बेरोजगारी, भुखमरी थी और मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। इसलिए मोदी सरकार ने निर्णय किया कि देश में ग्रामीण स्तर पर उद्योगों का विकास करना होगा। इसके लिए पानी, बिजली, सड़कों व संचार सुविधाओं को ठीक करना प्राथमिक कार्य होगा।
हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है। इसलिए यहां सड़कें बनाना मुश्किल कार्य है लेकिन हमने हिमाचल में बड़े स्तर पर सड़कें बनाने का कार्य किया है। महाराष्ट्र में मंत्री रहते हुए मैंने मुंबई, पुणे एक्स्प्रेस-वे बनाया जिस कारण पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने मुझे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को तैयार करने का मौका प्रदान किया। देश के 6.50 लाख गांवों से 4.50 लाख गांवों में पक्की सड़कें बनाने का काम इस योजना के अंतर्गत हुआ। हिमाचल में पर्यटन सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही निर्भर करता है। इसलिए हमने बड़े स्तर पर सड़कों के विस्तार का कार्य किया। हमने ऊना में 900 करोड़ का लठयानी मंदली पुल मंजूर किया, जिसका काम सरकार बनते ही शुरू हो जाएगा। आज हिमाचल में पर्यटन बढ़ा है जिसका बड़ा कारण सड़क मार्गों का सुदृढ़ीकरण ही है। रोहतांग टनल से अब मात्र 8 मिनट में हम लाहौल पहुंच रहे हैं। हमारी सरकार ने 20,000 करोड़ की टनलों का निर्माण किया। लाहौल से लेह-लद्दाख तक 8 सुरंगों का निर्माण किया जोजिला टनल 12,000 करोड़ से कम करके 55,00 करोड़ की लागत में पूरी होने जा रही है जोकि एशिया की सबसे बड़ी सुरंग बनने जा रही है, छेडमोड़ टनल के बाद श्रीनगर से जम्मू तक 8 टनलों का निर्माण किया। कटड़ा से दिल्ली कटड़ा एक्सप्रेस -वे में जुड़ेंगे और अमृतसर होते हुए 6 घंटों में दिल्ली पहुंचेंगे।
हिमाचल प्रदेश में 16,00 करोड़ के 28 रोपवे केवलकार योजनाओ को मंजूरी दे दी गई है। बिजली महादेव रोपे-वे का काम भी जल्दी शुरू हो जाएगा। ड्रोन से सेब की ढुलाई हमारी सरकार की रचना है। जल संसाधन मंत्री रहते हुए यमुना नदी पर लखवाड़ बांध योजना में 6,000 करोड़ रेणुका जी बांध परियोजना में 46,00 करोड़, किशाऊ बांध परियोजना में 11,000 करोड़ की राशि स्वीकृत करी। इन योजनाओं से हिमाचल प्रदेश को 370 मेगावाट बिजली का लाभ मिलेगा व हिमाचल की आय भी बढ़ेगी। साथ ही प्रदेश को 7,000 करोड़ लीटर पीने को सिंचाई का पानी भी उपलब्ध होगा।
रोपवे अच्छी सड़कें पानी बिजली व अन्य सुविधाएं ठीक करने का प्रयास हमारी सरकार ने किया है जिस कारण विश्व के पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं। पर्यटन से रोजगार का निर्माण होता है जिस कारण हिमाचल की युवक युवतियां स्वरोजगार में आगे बढ़ रहे हैं। हम हिमाचल को समृद्ध संम्पन्न बनाना चाहते हैं। हिमाचल को अच्छी सड़कें देना चाहते हैं, हिमाचल के लोगों की आय बढ़ाना चाहते हैं, पर्यटन के माध्यम से रोजगार देना चाहते हैं, यह हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है हम गांव , गरीब, मजदूर, किसान का कल्याण करना चाहते हैं, प्रदेश पर्यटन में देश का मुख्य राज्य बने यह हमारी कोशिश है। यह बिना बिजली पानी सड़क व संचार के बिना संभव नहीं हैं। मैं इस प्रकार के विकास के बारे में कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ने जो 60 साल में नहीं किया वो हमने 10 साल में करके दिखाया।
आज हमारा किसान केवल अन्नदाता नही रहा, बल्कि ऊर्जादाता भी हो गया है। पंजाब, हरियाणा में पराली से सीएनजी गैस बनाया जा रहा है। किसान ईथोनोल बनाने में सहयोग कर रहा है। 10 साल बाद पेट्रोल, डीजल का विकल्प किसान ईथोनोल बनाकर देगा। हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियां या आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल का विकल्प बनेगी। 76,000 टन बायो एवीएशन ईंधन बनाकर किसान संम्पन्न हो रहा है। मैं दिखाने वाला नेता नहीं जो बात करता हूं उसे डंके की चोट पर पूरा करता हूं, जो घोषणाएँ करता हूं उन्हें पूरी करता हूं। हमें देश की तकदीर को बदलना है, देश को बदलना है, भविष्य को बदलना है, हमारी मातृभूमि को दुनिया का विश्वगुरु बनाना है, 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना है, इसके लिए सही नीतियों की सरकार होना आवश्यक है। मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार यह सभी कार्य पूरा करके देश को संम्पन्न बनाने का काम करेगी और भारत को भय, भूख, आंतकवाद, भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के संकल्प को पूरा करेंगे।
जलोड़ी ज़ोत टनल की डीपीआर का काम पूरा
गडकरी ने आनी में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जलोड़ी ज़ोत टनल जो कि 1 हजार करोड़ की लागत से 3 किलोमीटर की टनल बनने जा रही है जिसका डीपीआर का काम पूरा हो गया है। कुल्लू से देवेन्द्रनगर के बीच कुरला में 600 करोड़ की लागत से 3.5 किलोमीटर की टनल दिंसबर 2024 तक डीपीआर पूरा हो जाएगा। पठानकोट से लेह हाईवे का निर्माण पूरा होने जा रहा है और कुल्लू से कांगड़ा हाईवे का निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा। किरतपुर मनाली हाईवे पर सुंदरनगर में 6.5 किलोमीटर का बाइपास भी जून में बन जाएगा। हम करीब 20 हजार करोड़ रुपए खर्चा करके सुरंगों का निर्माण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम शिंगोला 7 किलोमीटर, बारालाचा ला 13 किलोमीटर, साधना ला पास 4 किलोमीटर, तालंग ला टनल 14 किलोमीटर, लाचुंग ला 5 किलोमीटर, फाटु ला 2 किलोमीटर, नमकिला पास 2 किलोमीटर सुरंगों का निर्माण हम हिमालय के बीच कर रहे हैं। बिजली महादेव 2.8 किलोमीटर रोपवे, मंडी में शिकवारी से भट्टी की धार 3 किलोमीटर रोपवे 240 करोड़, मनाली से हामता दर्रा, पिंपरी से रोपवे 6 किलोमीटर 464 करोड़, मनाली से लांबा डुकटाक रोपवे 3 किलोमीटर 216 करोड़, मनाली सिटी में 11 किलोमीटर रोपवे 900 करोड़, लाहौल-स्पीति में भाखम तक रोपवे 2 किलोमीटर 107 करोड़, कुल्लू में बरसैनी से मनीकर्ण के खीरगंगा तक रोपवे 8 किलोमीटर 650 करोड़, 1 लाख करोड़ रोड़ निर्माण को मंजूरी हमारी सरकार ने दी है। हम मंडी से पठानकोट मार्ग पर 12 करोड़ रुपए खर्च करेंगे। 171 किलोमीटर फोरलेन दिंसबर 2025 तक पूरा करेंगे।
मंडी बाईपास बिजनी में 4 लेन टनल का निर्माण करेंगे। कोटला में 700 मीटर और तिलकपुर में 50 मीटर फोरलेन टनल का काम जून 2024 में पूरा होगा मंडी नेरचौक से कुल्लू तक 4800 करोड़ 74 किलोमीटर फोरलेन मार्ग मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। 9 सुरंगों और 140 मीटर लंबे पूल का निर्माण हो रहा है। कुल्लू मनाली के लिए नया बाईपास 1000 करोड़, लुधियाना से रूपनगर ग्रीनफिल्ड 5000 करोड का रोड़ 128 किलोमीटर फोरलेन, दिल्ली से लुधियाना और लुधियाना से रूपनगर सीधे हिमाचल में मनाली तक प्रवेश होगा। लुधियाना से धर्मशाला मंडी बिलासपुर तक सीधी कनेक्टीविटी होगी। किरतपुर से नेरचौक 3000 करोड़ की लागत से तैयार 82 किलोमीटर फोरलेन जल्द कार्य समाप्त होने जा रहा है। 5 सुंरगें महला, थप्पना, पुन्नू, मलायवर, भवाना आगमन आरंभ हुआ है। चंडीगढ़ से मनाली की यात्रा 9 से लगभग 5 घंटे की हो गई है, चंडीगढ़ से मंडी की दूरी 50 किलोमीटर कम हो गई है।