शिमला।
देश में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं में सुरंग निर्माण को सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। ऐसे में सुरंग निर्माण में दक्षता और कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से शिमला इंजीनियर भवन में टनलिंग एसोसिशन ऑफ इंडिया द्वारा सेंट्रल बोर्ड ऑफ इरिगेशन एंड पॉवर, सीबीआईपी भारत सरकार, आईएसआरएम इंडिया, नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम शिमला व प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स इंडिया शिमला के साथ मिल कर दो दिवसीय सुरंग परियोजनाओं के लिए ड्रिलिंग और ब्लास्टिंग में प्रौधौगिकीगत उन्नति विषय को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन शूरू हुआ।
इस मौके पर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के अध्यक्ष विश्व मोहन जोशी ने कहा कि शिमला में हो रहे दो दिवसीय सम्मलेन में देश और दुनिया के विषय विशेषज्ञ अपने सुझाव देंगे ताकि सुरंग परियोजनाओं के निर्माण में दक्षता, गुणवत्ता और कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। आज के समय में विकासात्मक परियोजनाओं में सुरंग निर्माण को तवज्जो दी जा रही है ऐसे सुरंग निर्माण सुरक्षित होना चाहिए। हिमाचल के अलावा उत्त्तराखंड, सिक्किम और उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।