हिमाचल प्रदेश: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर हिमाचल प्रवास पर हैं। कल लगातार जनसुनवाईयों और बैठकों के दौर के बाद आज यानी 30 जनवरी को अनुराग ठाकुर पुनः स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेते, बैठकों की अध्यक्षता करते व जन साधारण की समस्याओं को सुनते नजर आए।
आज अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर के पनसाई स्थित अंश होटल व घुमारवीं विधानसभा के हटवाड देहरा स्थित थारू मंदिर में सेक्टर प्रभारियों की बैठक ली।
अनुराग ठाकुर ने आगे कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कांग्रेस का काम सिर्फ भय, भ्रम और भ्रष्टाचार की राजनीति करना है। आज इनकी सारी गारंटिया फेल हो चुकी हैं। इन्होंने न माताओं बहनों को ₹1500 दिए, ना युवाओं को 5 लाख रोजगार दिया। आज हिमाचल का युवा पूछता है कि उनका रोजगार कहां है? किसान पूछ रहा है की ₹2 किलो गोबर और ₹100
प्रति लीटर दूध क्यों नहीं खरीदा जा रहा? आलम यह है कि आज इनके खुद के चुने हुए प्रतिनिधि कह रहे हैं कि उनकी अनदेखी हो रही है तो आप हिसाब लगा सकते हैं की जनता का क्या हाल होगा।”
आगे हिमाचल की कांग्रेस सरकार को घेरते हुए श्री ठाकुर ने कहा, “क्या कांग्रेस ने अपनी 10 चुनावी गारंटियां पूरी की हैं? इस फर्जी सरकार की गारंटरयां फेल हो चुकी हैं। पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने चौमुखी विकास किया पर आज यह पैसे का रोना रो रहे हैं। पैसे की कमी नहीं सोच की कमी है और इनकी नियत में भी खोट है”
ईडी के समन के बाद से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लापता होने से जुड़े एक सवाल के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस के शासनकाल में बैंकों के साथ हेरा फेरी का देश का पैसा लेकर भागे हुए भगौड़ों को पकड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी ‘इकोनामिक ऑफेंडर्स बिल’ लेकर आई। लेकिन अगर किसी राज्य के मुख्यमंत्री के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और वह जांच एजेंसियों का सामना करने की बजाय भागते हैं तो यह गंभीर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है। इसके ऊपर ना आम आदमी पार्टी बोल रही है, ना कांग्रेस बोल रही है, ना हीं उनके अन्य सहयोगी कुछ बोल रहे हैं। आखिरकार भ्रष्टाचार के मामले में सभी एकजुट क्यों है?”
लालू यादव और राष्ट्रीय जनता दल के ऊपर टिप्पणी करते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “यह वही लोग हैं जो पिछड़ों की राजनीति और सामाजिक न्याय की बात कर राजनीति में आए थे पर राजनीति में आकर चारा घोटाला किया। जब केंद्र में मंत्री बने तब लोगों को जमीन देने के नाम पर उनकी जमीन हड़प ली। आज जब उनके ऊपर जांच चल रही है तब वह अपने लोगों से प्रदर्शन करवा रहे हैं। अगर आपके पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो जांच से क्यों डर रहे हैं?”