मौसम का कहर मंडी जिला में रविवार को भी खूब बरपा। जिला में अलग-अलग स्थानों पर सात जगह बादल फटने से भारी तबाही हुई। बल्ह घाटी दूसरे दिन भी जलमग्न रही और 50 गांव डूब गए। सरकाघाट में एक व्यक्ति मलबे की चपेट में आने से मौत हो गई, पटड़ीघाट गांव के घरों को खतरा देखते हुए 75 लोगों को निकाला गया है।
वहीं, मंडी में घर पर चट्टान गिरने से बुजुर्ग घायल हो गया। मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को भी बंद रहा। जिला भर में करीब 245 सड़क मार्ग और 1200 ट्रांसफार्मर बंद रहे हैं। रविवार को सरकाघाट के जोकरी व पटडीघाट, बल्ह के रिंगढ़, कंसा, बंगलोह व ग्रांचा व नाचन के चुनाहन में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कंसा नदी में बादल फटने से जलस्तर बढ़ा तो सुकेती उसकी सहायक खड्डों व नालों में बाढ़ आई। घाटी के 50 से अधिक गांव डूब गए हैं।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन वार्ड में पानी जाने से मरीजों और तीमारदारों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। कीरतपुर नागचला फोरलेन पर डडौर चौक, नागचला में जलभराव होने से वाहनों के पहिए थम गए हैं। वहीं, दो दिनों से बिजली व पानी बाधित है।