मंडी।
मंडी डिपो के लिए आई नई टिकट मशीनों का कंडक्टरों ने विरोध किया है। कंडक्टरों का कहना है कि इन टिकट मशीनों में ऑनलाइन कैशलेस की सुविधा है, लेकिन यह मशीन कंडक्टरों के लिए सरदर्द बन गई है।
कंडक्टर यूनियन के प्रधान रूपलाल नेगी और अन्य कंडक्टरों ने बताया कि इन मशीनों के माध्यम से टिकट बनाने में 4 से 5 मिनट लग जाते हैं। कंडक्टरों ने बताया कि इन मशीनों में बैटरी बैकअप भी बहुत कम है लंबे रूटों के बसों में ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चार्जिंग ना होने के कारण मशीन भी बंद पड़ जाती है।
कंडक्टरों ने कहा कि स्लो प्रोसेसिंग और बहुत से ऑप्शन होने के कारण टिकट काटने में देरी हो रही है। साथ ही कॉलेज पास, हैंडिकैप्ड और अन्य पास के टिकट काटने की सुविधा इस मशीन में नहीं है। कंडक्टरों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में भी राजस्थान की तर्ज पर टिकट मशीन लाई जाए।
इस मामले में एचआरटीसी मंडी डिपो के अड्डा प्रभारी पवन गुलेरिया ने बताया कि अप्रैल माह में 40 मशीन मंडी डिपो पहुंची थी और अब 40 अन्य मशीन मई माह में मंडी डिपो पहुंची है। कुल मिलाकर 80 मशीन डिपो को मिली है।