हरियाणा राज्य के पंचकूला शहर में श्री स्वामिनारायण मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम का अभूतपूर्व आयोजन किया जाएगा I गौरतलब है कि अबूधाबी(UAE) का भव्य हिन्दू मंदिर, रोबिन्स्विल (अमरीका) एवं दिल्ली के विराट अक्षरधाम जैसे विश्व में सैंकड़ों मंदिरों का निर्माण करनेवाली इस संस्था द्वारा अब ट्राईसिटी को भी एक अनुपम मंदिर का उपहार प्राप्त होगा।
पंचकूला, चण्डीगढ़ तथा मोहाली नगरों की गणना भारत के आधुनिक सुनियोजित शहरों में की जाती है। दो राज्यों एवं एक केंद्रशासित प्रदेश को एकसूत्र में पिरोते इन नगरों को ट्राईसिटी के नाम से जाना जाता है । यहीं पर एक भव्य मंदिर का आगाज बी. ए. पी. एस. संस्था द्वारा दिनांक 14 अप्रैल को होने जा रहा है ।
संस्था के वर्तमान प्रमुख एवं विश्व वन्दनीय धर्मगुरु परम पूज्य महंतस्वामी जी महाराज के मार्गदर्शन में पंचकूला एवं चण्डीगढ़ के भाविक भक्तों के भक्तिमय पुरुषार्थ से इस मंदिर परियोजना का आरम्भ किया जा रहा है । अनेक प्रभु-वत्सल श्रद्धालुओं के सहयोग से पंचकूला शहर के सेक्टर १० में स्वामिनारायण मंदिर परियोजना का शिलान्यास 14 अप्रैल को प्रात: ९ बजे होगा । संस्था के वरिष्ठ सद्गुरु संत एवं संस्था के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक पूज्य ईश्वरचरण स्वामी जी के कर-कमलों द्वारा इस शिलान्यास विधि का शुभारम्भ होगा ।
इस अवसर पर समस्त धर्मप्रेमी जनता जो अक्षरधाम मंदिर दिल्ली से पधारे वरिष्ठ संत पूज्य धर्मवत्सल स्वामी जी एवं प्रभारी मुनिवत्सल स्वामी जी के सत्संग का लाभ भी प्राप्त होगा ।
सारंगपुर (गुजरात) से पधारे वेदपाठी विद्वानों के द्वारा इस समारोह में वैदिक महापूजा संपन्न होगी जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे। इस प्रदेश में सत्संग प्रवृत्ति के मुख्य प्रभारी संत पूज्य जयतीर्थ स्वामी ने इस मंदिर परियोजना के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए बताया कि “बी. ए. पी. एस. संस्था के द्वारा विश्व में १४०० से अधिक भव्य मंदिरों का निर्माण किया गया है । मंदिरों के द्वारा सत्संग, भगवत-श्रद्धा के साथ-साथ करीब १५२ समाजिक सेवा प्रवृत्तियों को संचालित किया जाता है, जिसमें शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य रक्षण के साथ नशामुक्ति अभियान मुख्य हैं । बाल-बालिका मंडल, युवक-युवती मंडलों में बच्चे और युवाधन सदाचारी और चारित्र्यवान नागरिक बनने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं । पंचकूला का यह स्वामिनारायण मंदिर भी सत्संग, संस्कार एवं शिक्षा की त्रिवेणी के समान सिद्ध होगा ।”