हमीरपुर : कभी भाजपा का गढ़ और राजनीति और सत्ता का केंद्र कहा जाने वाला हमीरपुर एक बार फिर से सियासत का सेंट्रल प्वाइंट बन गया है। हमीरपुर के गांधी चौक पर आज भाजपा में शामिल होने के बाद सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, बड़सर के पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल व हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने विशेष रैली का आयोजन किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित पार्टी के सभी पूर्व विधायकों समेत बड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। रैली के दौरान भाजपा नेताओं ने जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अनुराग ठाकुर को पांचवीं बार 5 लाख से अधिक मतों से जीतने का संकल्प लिया, वहीं विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा द्वारा घोषित उम्मीदवारों को जिताने की बात कही।
इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 15 महीने में न तो दो रुपए किलो गोबर बिका, न 100 रुपए लीटर दूध बिक रहा है। युवाओं को प्रदेश सरकार नौकरी नहीं दे पा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने दिया क्या है, जिसकी एवज में वह वोट मांगने आएंगे। जनता ने मन बना लिया है कि इस बार भाजपा की लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन पाई, लेकिन सरकार बदलने का अवसर पांच साल मिलना था लेकिन 15 महीने में ही यह अवसर मिलने जा रहा है। हर तरफ कमल का फूल खिला दीजिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो 60 साल में किया, वह मोदी सरकार ने एक साल में कर दिखाया है। यह तब करके दिखाया, जब लडखड़़ाती अर्थव्यवस्था मिली थी। देश को दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया गया। उन्होंने कहा कि मोदी जी दस साल से केंद्र सरकार में हैं। पहले वन डे मैच की तरफ बैटिंग करनी पड़ी, लेकिन अब अब वह टी-20 मैच की तरह चौके-छक्के लगाएंगे। उन्होंने कहा कि नेशनल क्रश तो बहुत होंगे, लेकिन नेशनल ट्रस्ट सिर्फ नरेंद्र मोदी है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू आजकल बहुत ज्यादा बोल रहे हैं। मालूम पड़ा कि वह बीते बुधवार को हमीरपुर बाजार में टहल रहे थे। उनका ज्यादातर जीवन शिमला में टहलते हुए ही गुजरा है। मेरे बारे में कहने लगे कि जयराम ठाकुर आजकल हमीरपुर में ज्यादा घूम रहे हैं। जयराम ने सीएम से कहा कि जितनी बार वह 15 महीने में हमीरपुर आए हैं, उससे ज्यादा बार वह अपने कार्यकाल के पहले साल में आ चुके हैं। कहने तो तो सुख की सरकार है, लेकिन सुख की अनुभूति सुक्खू जी को भी नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि 2014 तथा 2019 में लोकसभा की चारों सीटें जीते थे। 2024 में भी चारों सीटें भाजपा ही जीतेगी।
9 विधायकों को जिता दीजिए : बिंदल
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 9 विधायकों का जिता दीजिए। इनमें से तीन मंच पर विराजमान हैं। इन्हें भारी बहुमत से जिताइए। उन्होंने मंच से इंद्रदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा के पक्ष में जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने कहा कि हमने वह समय देखा है, जब भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश का विकास सुनिश्चित किया है। सरकार की तरफ से कई संस्थान लोगों के हित के लिए खोल गए, लेकिन वर्तमान सरकार उन संस्थानों का बंद कर रही है।
जनता का आशीर्वाद रहा तो हिमाचल में भी होगी भाजपा सरकार : आशीष शर्मा
हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की सारी शिक्षा शिमला में हुई है। उन्होंने राजनीति के गुर भी शिमला में ही सीखे हैं। वह मात्र चुनाव लड़ने के लिए नादौन आते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें मजबूरी में इस्तीफा देना पड़ा है। मुख्यमंत्री द्वारा उनके कार्य नहीं किए जा रहे थे। उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है। शर्मा ने दावा करते हुए कहा कि भगवान और जनता का आशीर्वाद रहा तो केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही हिमाचल में भी भाजपा सरकार होगी।
मुख्यमंत्री सही ढंग से नहीं चला पा रहे हैं सरकार : राणा
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उपचुनाव प्रत्याशी राजेंद्र राणा ने कहा कि निर्दलीय विधायक अपना इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन क्या कारण है कि इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं तो इस पर मुख्यमंत्री को विचार करना चाहिए। आखिर ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि कांग्रेस का साथ छोड़कर विधायक भाजपा के शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सही ढंग से सरकार को संचालित नहीं कर पा रहे हैं। इसी वजह से विधायकों ने इस्तीफे दिए हैं।
राम मंदिर प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर ही ठान लिया था कि अब कांग्रेस पार्टी में नहीं रहना : लखनपाल
बड़सर से भाजपा प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि राम मंदिर की प्रतिष्ठा का निमंत्रण को प्रदेश सरकार ने ठुकरा दिया था। उसी दौरान ठान लिया था कि अब इस पार्टी में नहीं रहना है। लखनपाल ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं के मुद्दों का सरकार के समक्ष रखा, लेकिन उनका हल करने की बजाय पाइपलाइन में डाल लिया गया। हर बार एक ही बात दोहराई गई कि बजट की कमी है। जनता हमसे उम्मीद लगाए बैठी थी, लेकिन सरकार ने हमारे सुझावों व मांगों को दरकिनार किया। इस कारण अंत में पार्टी छोड़ने का फैसला लेना पड़ा। आज देश की मजबूत पार्टी के साथ जुड़े हैं।