धर्मशाला: नगर निगम धर्मशाला के पूर्व महापौर एवं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम नीनू शर्मा, पार्षद सविता कार्की व पूर्व धर्मशाला कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष एवं बाघनी पंचायत के प्रधान सुरेश पप्पी सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त प्रैस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इन दिनों जो हालात देखने को मिले हें, इस तरह का घटनाक्रम पहले कभी नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार की ओर से विहिप जारी किया गया था। लेकिन कुछ सदस्यों ने उसका पालन नहीं किया, ऐसे में विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मामला उठाया, जिसके बाद छह विधायकों को निष्काषित किया गया है, जो कि सही कदम है। महासचिव देवेंद्र जग्गी ने कहा कि इससे पहले भी उन्होंने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के खिलाफ जाते हुए भाजपा के समर्थन में राज्यसभा सीट के लिए मतदान किया। पूर्व महापौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र से संबंधित सदस्य इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी के विरोध में लगातार कार्य करते रहे हैं।
जिसमें विधानसभा के उप-चुनाव, नगर निगम धर्मशाला के चुनाव सहित अब राज्यसभा चुनावों में भी इस तरह के पार्टी विरोधी कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में संयुक्त रूप से हाईकमान के पास भी इस संबंध में शिकायत पहले भी की गई थी, अब आगामी समय में भी उचित कार्रवाई करने के लिए शिकायत भेजी जाएगी। देवेंद्र जग्गी ने कहा कि हिमाचल में इस तरह की शर्मनाक हरकत कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला के पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में भी इस बात को लेकर आक्रोश है, अब जल्द ही इस संबंध में कांग्रेस की ओर से विभिन्न स्तरों में लोगों के साथ भी बैठके की जाएंगी।