उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा सोमवार को सोमभद्रा नदी पर बनने वाले 51 करोड रुपए की लागत के नए पुल का भूमि पूजन करने पर हरोली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी रहे प्रोफेसर रामकुमार ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि 5 मार्च को ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर से सोमभद्रा नदी पर बनने वाले इस पुल का शिलान्यास किया था। लेकिन महज उसके 6 दिन के भीतर दोबारा से पुल का भूमि पूजन करना ओछी राजनीति है। उन्होंने कहा कि देश के संघीय ढांचे का अपमान करने का प्रयास किया गया है। केवल मात्र लोकसभा चुनाव से पहले अपने नाम के फट्टे चस्पा करने की राजनीति की जा रही है। मंगलवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा नेता प्रोफेसर रामकुमार ने उपमुख्यमंत्री को जमकर निशाने पर लिया और उन पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया।
हरोली से भाजपा नेता प्रो. राम कुमार ने स्वां नदी (सोमभद्रा) पर बनने वाले पंडोगा से त्यूड़ी पुल का उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा सोमवार को भूमि पूजन किये जाने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह पुल पूरी तरह से भाजपा की केंद्र सरकार की देन है। इसके लिए हरोली की जनता केंद्र की मोदी सरकार व केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और अनुराग ठाकुर का आभार प्रकट करती है। मंगलवार सुबह सर्किट हाउस ऊना में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा नेता प्रोफेसर रामकुमार ने कहा कि 5 मार्च को केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर से वर्चुअली इसका शिलान्यास किया था। प्रदेश सरकार की तरफ़ से लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी इसमें उपस्थित थे। हमीरपुर से जिन 242 करोड़ के प्रोजैक्टों का शिलान्यास किया गया था उसमें सोमभद्रा नदी पर बनने वाला पंडोगा त्यूड़ी पुल भी शामिल था। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री को इसकी जानकारी थी क्योंकि शिलान्यास पट्टिका पर उनका नाम भी था। लेकिन जिस तरह से उपमुख्यमंत्री ने इसका दोबारा भूमिपूजन करके केंद्रीय मंत्रियों का अपमान करने की ओछी राजनीति की है, वह निंदनीय है। यह कृत्य स्वस्थ संघात्मक परंपराओं की अवमानना है। जिस तरह से प्रदेश सरकार के उपमुख्यमन्त्री द्वारा केंद्र सरकार द्वारा न केवल मंज़ूर बल्कि केंद्रीय मंत्रियों द्वारा शिलान्यास किए गए प्रोजेक्टों का भूमिपूज़न किया गया उससे तो यही प्रतीत होता है प्रदेश सरकार अपने साधनों से तो कोई विकास कार्य नहीं कर रही है। केवल केंद्र सरकार के प्रोजेक्टों पर अपने फट्टे लगाकर लोगों को गुमराह व भ्रमित करने का ओछा प्रयास है।