आबुधाबी: सुनिए BAPS आबुधाबी हिंदू मंदिर लोकार्पण पर प्रधानमंत्री मोदी का सन्देश सिद्धिविनायक टाइम्स के साथ I उन्होंने कहा कि ” यूनाटेड अरब अमीरात की धरती ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है। आबूधाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण हो रहा है।
इस पल के पीछे वर्षों की मेहनत लगी है। इसमें वर्षों पुराना सपना जुड़ा हुआ है। और इसमें भगवान स्वामी नारायण का आशीर्वाद जुड़ा है। आज प्रमुख स्वामी जिस दिव्य लोक में होंगे, उनकी आत्मा जहां होगी वहां प्रसन्नता का अनुभव कर रही होगी। पूज्य प्रमुख स्वामी जी के साथ मेरा नाता एक प्रकार से पिता पुत्र का नाता रहा। मेरे लिए एक पितृ तुल्य भाव से जीवन के एक लंबे कालखंड़ तक उनका सानिध्य मिलता रहा।
उनके आशीर्वाद मिलत रहे और शायद कुछ लोगों को सुनकर आश्चर्य होगा कि मैं सीएम था तब भी, पीएम था तब भी, अगर कोई चीज उनको पसंद नहीं आती थी, तो मुझे स्पष्ट शब्दों में मार्गदर्शन करते थे। और जब दिल्ली में अक्षरधाम का निर्माण हो रहा था, तो उनके आशीर्वाद से मैं शिलान्यास कार्यक्रम में था। तब तो मैं राजनीति में भी कुछ नहीं था। और उस दिन मैंने कहा था कि गुरू की हम बहुत तारीफ तो करते रहते हैं। लेकिन कभी सोचा है कि किसी गुरू ने कहा कि यमुना के तट पर अपना भी कोई स्थान हो, और शिष्यरूपी हो। प्रमुख स्वामी महाराज ने
अपने गुरू की उस इच्छा को परिपूर्ण कर दिया था। आज मैं भी उसी एक शिष्य भाव से यहां आपके सामने उपस्थित हूं कि आज प्रमुख स्वामी महाराज का सपना हम पूरा कर पाए हैं। आज बसंत पंचमी का पवित्र त्योहार भी है। पूज्य शास्त्री जी महाराज की जन्मजयंती भी है। ये बसंत पंचमी ये पर्व मां सरस्वती का पर्व है। मां सरस्वती यानि बुद्धि और विवेक की मानवीय प्रज्ञा और चेतना की देवी। ये मानवीय प्रज्ञा ही है, जिसने हमें सहयोग, सामंजस्य, समन्वय और सौहार्द जैसे आदर्शों को जीवन में उतारने की समझ दी है। मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए, बेहतर भविष्य के लिए बसंत का स्वागत करेगा। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा। “