कांगड़ा : 26 फरवरी की सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डीएवी कांगड़ा इकाई और महाविद्यालय प्रशासन के बीच परिसर में बहस हुई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि परिसर के अंदर छात्र हित में काम करने वाले छात्र संगठन एबीवीपी को प्रशासन ने दबाने का प्रयास किया है। जानकारी देते हुए विद्यार्थी परिषद कांगड़ा के विभाग संयोजक अभिनव चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद विभिन्न माध्यमों से देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों के परिसरों में सक्रिय है। 26 तारीख को जब विद्यार्थी परिषद डीएवी के कार्यकर्ता परिसर में उपस्थित थे उस समय सरकार के इशारों पर काम कर रहे डीएवी के प्रिंसिपल ने छात्र कार्यकर्ताओं के साथ बतमीजी की और धमकियां दी।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही जिहादी व देश को तोड़ने वाले विचारों से लड़ रही है और उनके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रही है। परंतु आज भी हमारे समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो इन सब विचारों को प्रोत्साहन देते हैं व साथ खड़े नजर आते हैं। सोमवार को जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता महाविद्यालय में भारत माता का जयघोष करते हैं और “भारत माता की जय” के नारे लगाते हैं तो कॉलेज प्रिंसिपल द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया जाता है और जब वह नारे न लगाने के खिलाफ अपना मत रखते हैं तो उनसे अभद्र व्यवहार किया जाता है।
अभिनव चौधरी ने बताया कि केवल इसी प्रकार नहीं परंतु प्रिंसिपल द्वारा एक विचारधारा को ही प्रोत्साहित किया जा रहा है और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है जिसके चलते हमारे कार्यकर्ताओं को परिसर में प्रशासन द्वारा इस घटिया व्यवहार का हर रोज सामना करना पड़ रहा है। विद्यार्थी परिषद कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा भारत माता के नारे न लगाए जाने वह रोकने के प्रयास का कड़े शब्दों में विरोध करती है और साथ ही चेतावनी देता है कि अगर प्रशासन द्वारा भारत माता का इस तरह से अपमान किया जाता रहा वह विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जाता रहा तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी।