शाहपुर (कांगड़ा)।
कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि कांगड़ा-चंबा और प्रदेश की जनता को मतदान करने से पहले तीन बातों को ध्यान में रखना होगा। इनमें पहली बात नोटबंदी है, जिसके तहत मोदी सरकार ने अचानक नोट बंदी करके देश की जनता को लाइनों में लगा दिया था। उनके दावे के अनुसार काला धन तो वापस नहीं आया, लेकिन देश के आम आदमी, गरीब, महिलाएं, मजदूर और व्यापारियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि दूसरी बात किसानों के साथ किया गया दुर्व्यवहार और अत्याचार है।
आनंद शर्मा ने आज शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्नी स्था्नों पर नुक्कड़ सभाएं करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही कांगड़ा और चंबा जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपनी प्राथमिकताओं को लेकर एक घोषणापत्र जारी करेंगे। उन्होंनेे कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने हिमाचल को कई संस्थान दिए हैं और कांग्रेस के सत्ता में आने पर और कई संस्थान लाए जाएंगे। उन्होंने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि पिछली बार 2019 में जब नरेंद्र मोदी कांगड़ा आए थे तो उन्होंने वायदा किया था कि अगली बार जब वह आएंगे तो पठानकोट-जोगिंद्रनगर की रेललाइन को ब्रॉडगेज कर दिया जाएगा और वह ट्रेन में बैठ कर चंबा रुमाल लगाकर आएंगे। उन्होंने सवाल किया कि मोदी बताएं कहां है उनकी यह ट्रेन और चंबा रूमाल।
आनंद शर्मा ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार दस साल कांग्रेस के नेताओं को कौसती रही। जिन्होंने भारत का निर्माण किया, देश को मजबूत बनाया उनका अपमान किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि मई 2014 से पहले जब पूर्व पीएम मनमोहन सिंह सत्ता में थे तो भारत की जीडीपी चार गुणा की गई थी। देश परमाणु और अंतरिक्ष शक्ति बन चुका था और यूपीए के शासनकाल में 18 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए थे। मनमोहन सरकार ने लोगों की जरूरत को पहचानते हुए रोजगार की गारंटी, खाद्य सुरक्षा कानून समेत कई कानून बनाए। इसी के चलते कोरोना काल में गरीब और मजदूर वर्ग को मनरेगा के तहत रोजगार और खाद्य सुरक्षा कानून के तहत मुफ्त राशन मिला था।