हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ (एचजीटीयू) की जिला कांगड़ा कार्यकारिणी ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव और उपनिदेशक उच्च शिक्षा से मुलाकात की। पदाधिकारियों ने उपनिदेशक उच्च शिक्षा को 15 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा।
एचजीटीयू के जिलाध्यक्ष सचिन जसवाल ने प्रेसवार्ता में बताया कि उपनिदेशक को सौंपे गए 15 सूत्रीय मांग पत्र में उनके कार्यालय से जुड़ी शिक्षक वर्ग की समस्याओं को शामिल किया गया है।
कई स्कूल ऐसे हैं, जिन्हें अपग्रेड किया गया है, लेकिन अपग्रेडेशन के अनुरूप व्यवस्था नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि एचजीटीयू हमेशा टीचर व स्टूडेंट हित में कार्य करता रहा है। यही वजह है कि शिक्षा बोर्ड में टर्म सिस्टम की वजह से स्टूडेंटस को रही परेशानी पर इसे समाप्त करने का आग्रह किया था, जिस पर सरकार ने अपनी मोहर लगा दी है।
उन्होंने बताया कि धर्मशाला व शिमला में हॉलीडेग होम को रेनोवेट किया जा रहा है, जबकि ज्वालामुखी में तैयार हो चुके हॉलीडे होम में जल्द फर्नीचर की व्यवस्था कर दी जाएगी।
सचिन जसवाल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में एचजीटीयू के 10 हजार सदस्य हैं, जबकि जिला में 3 से 4 हजार सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान लगातार चलता रहेगा और वर्ष 2026 तक इसे 20 से 25 हजार तक पहुंचा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि हाल ही में एचजीटीयू की जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया है, ऐसे में नवगठित कार्यकारिणी ने शिक्षा बोर्ड व उपनिदेशक उच्च शिक्षा से मिलकर टीचर्स के मामलों को उठाया गया है I