धर्मशाला।
धर्मशाला को दूसरी राजधानी का मसला चर्चा का विषय है और जनता की भावनाओं के आधार पर ही धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने के फैसले पर मोहर लगेगी। यह कहना है प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार नरेश चौहान का। चौहान ने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी की नोटिफिकेशन के बावजूद किन कारणों से दूसरी राजधानी का दर्जा नहीं दिया गया है यह मंथन का विषय है। पिछली सरकार और मौजूदा सरकार इस विषय को लेकर आगे क्यों नहीं बढ़ पाई है इस पर गहनता से विचार किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेश चौहान ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान बागी विधायकों पर निशाने साधते हुए कहा कि धनबल के चलते यह विधायक भाजपा में शामिल हुए। इतना ही नहीं इन विधायकों को उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की ओर से टिकट दी गई। उन्होंने कहा कि अपनी महत्वाकांक्षाओं का बोझ उन्होंने जनता पर लाद दिया है। कैबिनेट में जगह न मिलने के चलते इन्होंने भाजपा के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा, जिसका जवाब हिमाचल की जनता देगी।
उन्होंने कहा कि इन विधायकों की भाजपा के साथ कुछ तो डील हुई है जिसके चलते भाजपा ने इन्हें महीना भर पांच सितारा होटल में ठहराया और हेलीकॉप्टर में घुमाया। धर्मशाला के पूर्व विधायक सुधीर शर्मा पर टिप्पणी करते हुए नरेश चौहान ने कहा कि स्वर्गीय पंडित संतराम के स्वर्गवास के बाद सुधीर शर्मा को बैजनाथ उप चुनाव का प्रत्याशी बनाया गया, जिसमें वह हार गए लेकिन आम चुनाव में उन्हें फिर से टिकट दी गई। सीके बाद वह कांग्रेस से विधायक बने। चौहान ने कहा कि बैजनाथ की सीट रिजर्व होने के बाद सुधीर शर्मा को धर्मशाला से टिकट दी गई, जिस पर वह जीत कर विधायक बने और युवा मंत्री भी बने। बावजूद इसके सुधीर शर्मा ने जनता, नेतृत्व और पार्टी का विश्वास तोड़ा है। उन्होंने कहा कि एंटी डिफेक्शन कानून का उल्लंघन करने पर हिमाचल की जनता अब मिसाल कायम करेगी ताकि आने वाले समय में कोई भी नेता ऐसी हरकत ना करें।
चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले 10 साल में किए गए वादों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखने में अक्षम है। केंद्र की सरकार 80 करोड़ लोगों को केवल 5 किलो गेहूं और चावल के दम पर विकास आंक रही है, देश में बदलाव का माहौल है। इस दौरान उनके साथ विजय पाल, संजीव गांधी, पुनीत मल्ली सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।