शिमला।
राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की नकल करते हुए नाहन को ही रैली के लिए चुना, लेकिन चौगान मैदान से बहुत छोटा मैदान चुना गया जिससे भीड़ ज्यादा दिखाई दे। बावजूद इसके, राहुल गांधी ने भाषण में किसी भी कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख नहीं किया, जोकि उनके नेतृत्व की महत्ता को दर्शाता है। वे सिर्फ व्यक्तिगत हमलों और बयानों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। राहुल गांधी ने अपने सम्बोधन में लोकतंत्र चौथे स्तंभ मीडिया को भी भरे मंच से गाली दी और मीडिया को बिकाऊ तक बताया जोकि अति निंदनीय है। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज का।
सुरेश भारद्वाज ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि भूतपूर्व प्रधानमत्री इंदिरा गांधी ने देश के लोगों पर अपनी सरकार बचाने के लिए जबरन आपातकाल थोपा था और लोकतंत्र व संविधान की गरिमा को ठेस पहुंचाई थी। आज उनका पोता संविधान और मीडिया को गाली देने का कार्य कर रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस की गांधी परिवार की यह पुरानी आदत है। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस कृत्य की निंदा करती है। राहुल गांधी की रैली की प्रतिक्रियाएं स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि लोग कांग्रेस को कभी सत्ता में नहीं लाएंगे और हिमाचल से भाजपा के सभी उम्मीदवारों को जीत दिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता बार-बार आयात शुल्क का राग अलाप रहे है, लेकिन उन्हें यह ज्ञात नहीं है कि इसी आयात शुल्क का करार कांगड़ा लोकसभा उम्मीदवार व तत्त्कालीन कांग्रेस सरकार के मंत्री आंनद शर्मा ने हस्ताक्षर करके किया था। यह प्रश्न बागवान और प्रदेश की जनता और कांग्रेस के इंडी गठबंधन के नेताओं को कांग्रेस उम्मीदवार आंनद शर्मा से पूछने चाहिए और केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का ब्यौरा हमारी सरकार के नेता व पार्टी के कार्यकर्ता जनता के समक्ष बता कर विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं। लोगों को केन्द्र सरकार के द्वारा हिमाचल में करवाए गए विकास कार्यों को देखकर प्रधानमंत्री मोदी पर विश्वास और गूढ़ हो गया है और लोग विकास और मोदी के नाम पर मतदान करने जा रहे हैं।