धर्मशाला।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला इकाई ने 18 जून को हुई नेट परीक्षा के रद्द होने को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय में एनटीए के खिलाफ धरना प्रदर्शन करके निष्पक्ष जांच की मांग की।
परिषद के राष्ट्रीय मंत्री राहुल राणा ने कहा कि पेपर लीक की घटना एनटीए प्रशासन पर प्रश्न उत्पन्न करती है। यूजीसी नेट की परीक्षा 18 जून को करवाई जाती है लेकिन एक दिन बाद ही 19 जून को परीक्षा रद्द करवा दी जाती है। ऐसा करके एनटीए फिर एक बार विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास करती है। अभी नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक की घटना को थोड़ा ही समय हुआ है कि फिर एक बार पेपर लीक की घटना एनटीए की नाकामयाबी को दर्शाती हैं। साथ ही विश्वशनीयता पर प्रश्न उत्पन्न करती है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है जब एनटीए द्वारा पेपर लीक किया गया है, जब नीट यूजी के परीक्षा के परिणाम में धांधली का मामला सामने आया तब भी विद्यार्थी परिषद ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। आज फिर धरना प्रदर्शन करके विद्यार्थी परिषद एनटीए पर उचित करवाई करने की मांग कर रही है। पेपर लीक के संदर्भ में राहुल राणा ने कहा कि एनटीए ने पूरे देश भर में प्रवेश परीक्षाओं का ठेका तो लेकर रखा है लेकिन इसकी आड़ में एनटीए भ्रष्टाचार करने का काम कर रहा है और विद्यार्थियों के भविष्य को खराब करने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस धांधली का मुख्य कारण परीक्षा केंद्रों का निजीकरण है, एनटीए निजी संस्थाओं को परीक्षा का ठेका देती है जिसकी आड़ में पेपर लीक के इस काम को अंजाम दिया जाता है। यह पेपर लीक माफिया पूरे देश भर में फैल चुका है और विद्यार्थी के भविष्य को खराब करने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि परिषद मांग करती है कि इन दोनों परीक्षा में हुई धांधली की सीबीआई जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।