शिमला।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सत्ती ने कहा कि हरोली में बनने बाले बल्क ड्रग पार्क, जिसका शिलान्यास 13 अक्तूबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। दोबारा उसके एक भवन व सड़क का प्रदेश के मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन करना और उसमे केंद्र सरकार के इसी विभाग के मंत्री जेपी नड्डा को न तो आमंत्रित किया गया और न ही उन्हें ऐसा करने की जानकारी दी गई। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और ओछी राजनीति है।
सत्ती ने कहा कि स्थानीय सांसद अनुराग ठाकुर जिनका इस बल्क ड्रग पार्क को स्वीकृत करवाने में बड़ा योगदान रहा है उनको भी विश्वास में नहीं लिया गया।बद्दी-बरोटीवाला फार्मा सेक्टर देश ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा हब है, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है कि हमारे देश के फार्मा सेक्टर के लिए रॉ मटेरियल (API) लगभग 85% विदेशों से आता है और इसमें से भी लगभग 80% हम चीन से आयात करते हैं। प्रधानमंत्री और केंद्र की भाजपा सरकार ने इस समस्या को समझा क्योंकि कोविड काल में तो यह स्थिति और भी गंभीर हो गई थी। इसलिए जुलाई 2020 को भारत सरकार में फार्मा सेक्टर के कच्चे माल की दूसरे देशों पर निर्भरता ख़त्म करने के लिए देश में तीन बल्क ड्रग पार्क निर्माण करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चलने बलि तत्कालीन भाजपा सरकार ने इस बल्क ड्रग पार्क का जो एकमात्र प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा वह ऊना ज़िला के हरोली का था। प्रदेश सरकार ने केंद्र के समक्ष इसका पक्ष ज़ोरदार तरीक़े से रखा।
सत्ती ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नडा और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल के लिए यह प्रोजेक्ट मंज़ूर करवाने के लिए पूरे प्रयास किए। 30 अगस्त को केंद्र सरकार ने हिमाचल के हरोली में बनने बाले इस ड्रग पार्क को सैद्धांतिक मंज़ूरी दी और 11 अक्तूबर 2022 को हिमाचल की भाजपा सरकार द्वारा बनाई गई DPR को अंतिम स्वीकृति भी मिल गई। 13 अक्तूबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी स्वयं ऊना आकर बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास किया। इतना ही नहीं प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बावजूद 225 करोड़ रुपए इस बल्क ड्रग पार्क के लिए लगभग डेढ़ साल पहले प्रदेश को भेजे थे। प्रदेश की कांग्रेस सरकार जब से बनी है एक रुपया भी इस प्रोजेक्ट को मंज़ूर नहीं किया, लेकिन आज राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि जो कांग्रेस के नेता मोदी सरकार द्वारा दिए जाने बल्क ड्रग पार्क का विरोध कर रहे थे और अपने कार्यकर्ताओं को इस प्रोजेक्ट को रोकने के लिए प्रदेश के उच्च नयालय भेज रहे थे आज वही नेता भाजपा की डबल इंजन सरकार द्वारा दिए गए इस तोहफ़े का झूठा श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं।
सत्ती ने कहा क्या यह सच्चाई नहीं है कि जिन हरीश कुमार और राजिंदर कुमार ने इस प्रोजेक्ट को रुकवाने के लिए उच्च नयालय में केस किया था क्या वह कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं है? क्या हरीश कुमार को मुकेश अग्निहोत्री ने इस कारनामे के उसके घर जाकर उसे सम्मानित नहीं किया था? जिस वकील ने उच्च न्यायालय में हरीश कुमार और राजिंदर कुमार के बल्क ड्रग पार्क को रुकवाने वाले केस की वकालत की थी क्या प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही प्रदेश का महाधिवक्ता बना कर इनाम नहीं दिया गया? क्या इसी वकील ने कोर्ट में यह नहीं कहा था कि पोलियां के जंगल में भालू रहते हैं? अगर यह बल्क ड्रग पार्क बन गया तो भालू कहां जाएंगे? आज वही कांग्रेस के नेता गिरगिट की तरह रंग बदलकर इस बल्क ड्रग पार्क के सबसे बड़े चैंपियन बनने का कुप्रयास कर रहे हैं, लेकिन जनता सब जानती है कि किसने कब क्या कहा था और क्या किया था?