शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रही हैं। उन्होंने कहा कि बजट महज लोगों को अपने लुभावने वादों में फंसाने का वित्तीय जाल है। श्री ने कहा, बजट का फोकस अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के बजाय मतदाताओं को लुभाने पर है।
उन्होंने कहा कि एक बार फिर, बजट में हिमाचल प्रदेश के हितों की अनदेखी की गई है और एक पैसा भी प्रदान नहीं किया गया है, जबकि यह अच्छी तरह से जानते हुए भी कि हाल ही में राज्य में आई आपदा के दौरान राज्य को जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि राज्य के लिए रेल नेटवर्क के विस्तार का कोई जिक्र नहीं किया गया । उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों, जहां मेट्रो रेल शुरू नहीं की जा सकती, के लिए किसी तीव्र जन परिवहन प्रणाली का भी कोई जिक्र नहीं है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हालांकि बजट भाषण में हरित और सौर ऊर्जा का उल्लेख किया गया है, लेकिन इस बारे में कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं है कि हरित और सौर ऊर्जा पहल कैसे हासिल की जाएगी । मध्यम वर्ग को कोई अतिरिक्त कर राहत नहीं दी गई है, जबकि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सुक्खू ने कहा कि एलपीजी की कीमतें पहले से ही ऊंची हैं और आम लोगों को राहत देने के लिए डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कोई कमी नहीं की गई है। कहा कि इस बजट में वेतनभोगी, गरीब और मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं है, सिर्फ पूंजीपतियों और उद्योगपतियों को ही ध्यान में रखा गया है , बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को भी दरकिनार कर दिया गया है।