आज विद्युत पेंशनर्स फोरम पालमपुर की मासिक बैठक ई एस एल भाटिया ,संस्थापक अध्यक्ष ,ओर ई बी डी मिश्रा कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता मे पी डब्लू डी रेस्ट हाउस के प्रांगण में संपन्न हुई जिसका संचालन ई अमर नाथ सेठी ,जिला प्रेस सचिव ने किया और सभा को वर्तमान में चल रही कठिनाइयों व मुख्य मांगो ,और प्रबंधक वर्ग के नकारात्मक रुख़ से भी अवगत करवाया। बैठक को संबोधित करते हुए श्री ओम प्रकाश शर्मा जिला उपाध्यक्ष,पवन शरोत्री लेखाकार,धर्म चंद,इत्यादि ने बोर्ड प्रबंधक पर सेवानिवृत कर्मचारियों के लेव इनकेशमेंट,ग्रेच्युटी,संशोधित पेंशन एवं वेतन का बकाया 1/1/16 से देय है हिमाचल सरकार ने अपने कर्मचारियों को आर्थिक तंगी के बावजूद आयु के अनुसार 15% 18%25/35% ,महंगाई भत्ते की 4% किस्त का भी भुक्तान कर दिया है परंतु बिजली बोर्ड ने सरकार के आदेशों को भी अनदेखा करके वृद्ध सेवानिवृत कर्मचारियों अधिकारियों के हितों से खिलवाड़ किया है। वक्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया कि बोर्ड प्रबंधक फिजूल खर्ची करके बोर्ड का सत्यानाश करने पर लगे हुए है लगातार सरकार की गई घोषणाओं पर भी अम्ल न करके सरकार का मज़ाक़ उड़ा रहा है और सरकार के खिलाफ पनपते हरी रोष को हवा दे कर चुनाव मे नुकसान करवाने की साजिश कर रहा है और सरकार बेखबर है क्योंकि यह लोग सरकार को भी गुमराह करने में कामयाब हो रहे हैं। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया कि या तो प्रचंड संघर्ष किया जाय या फिर न्यायालय के तरफ़ रुख़ किया जाए ।क्योंकि कोर्ट से सेवानिवृत वर्ग की सेवानिवृति पर मिलने वाले बकाए को 6% ब्याज के साथ अदा करने के आदेश की मांग की जाए । यह मांग सामूहिक तौर पर की जाए जिसकी ज़िमेदारी बोर्ड प्रबंधक पर होगी। क्योंकि सेवानिवृत कर्मचारियों को यह मालूम है कि सरकार किस स्थिति से गुजर रही है और सरकार के आदेशों को मान कर सहयोग करना चाहती है परंतु कुछ अधिकारी बीजेपी के हाथों का खिलौना बन कर सरकार की छवि को ख़राब करने में लगेक हैं। अतः बिजली विभाग के अधिकारी और सेवा निर्वित अधिकारी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू से आग्रह किया है कि समय रहते उनकी माँगो को पुराव किया जाए नहीं तो पछताना पड़ेगा।