हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि संतों का सानिध्य हम सबको आदिकाल से मिल रहा है और संतो के सानिध्य एवं प्रवचनों से व्यक्ति अच्छाई की ओर अग्रसर होता है। जो व्यक्ति विमुख होता है वह बुराई का रास्ता अपना लेता है। इसलिए मानव को संतो के चरणों में आसीन होकर उनके दिखाये गये रास्ते पर चलकर अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ के 20वें स्थापना दिवस व अमर शहीद ब्रह्मलीन श्री श्री 108 रामानन्द जी महाराज के 14वें शहीदी दिवस पर आयोजित धार्मिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर धर्म स्थान सिरसगढ़ में निर्माण कार्यों के लिए 21 लाख रूपये तथा आज यहां पर आयोजित कार्यक्रम के लिए संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के अंतर्गत 11 लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने सिरसगढ़ धर्मस्थान के पदाधिकारियों की मांग पर सुरक्षा की दृष्टि से आज से ही यहां पर पांच पुलिसकर्मियों की गार्द लगाने, एनएचएआई से सम्बन्धित कार्यों के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखने की बात कही। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी कहा कि वे सिरसगढ़ धर्मस्थान के सामाजिक कार्यों को देखते हुए यहां के जो भी कार्य प्रशासन से सम्बन्धित हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर करवाएं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि सिरसगढ़ धर्मस्थान की तरफ से जो भी बात उनके संज्ञान में लाई जायेगी उसमें उनका सहयोग किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अमर शहीद रामानंद जी महाराज को श्रद्धांजली भी दी तथा श्री गुरू रविदास धर्मस्थान सिरसगढ़ के 20वें स्थापना दिवस की श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महाराज निरंजन दास ने मुख्यमंत्री व अन्य वशिष्ठ अतिथियों को शाल तथा संत गुरू रविदास जी का स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया व उन्हें आर्शीवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरूओं एवं संतों के द्वारा ही सही शिक्षा और सही संस्कार व्यक्ति को मिलते हैं जिससे वह देश का एक अच्छा नागरिक बनकर समाज कल्याण के लिए काम करता है और यह सब संतो के सानिध्य में रहकर प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्री गुरू रविदास की शिक्षाएं किसी समुदाय अथवा जाति विशेष के लिए नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए है। श्री गुरू रविदास ने सैंकड़ो वर्ष पूर्व मानवता के सही मार्गदर्शन के लिए जो संदेश दिया था वह आज भी पूरी तरह सार्थक है तथा हमें अपने महापुरूषों के दिखाये गये रास्ते पर चलकर जीवन में आगे बढऩा है। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज व प्रदेश के निर्माण के लिए शिक्षित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार हरियाणा एक हरियाणवी एक भावना के साथ सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के अंतर्गत संतों महात्माओं के दिवस मना रही है जिससे कि लोगों को संतो-महापुरूषों के जीवनी से प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा कि शहीद उद्यम सिंह कम्बोज के शहीदी दिवस पर आज वे कुरूक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को मनाने के उपरांत यहां पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा, पंजाब व अन्य दूर-दराज राज्यों से साध-संगत पहुंची है। उन्होंने सभी से आहवान किया कि वे संतों के दिखाए गये मार्गपर चलते हुए भाईचारे के साथ समाज की सेवा का बीड़ा उठाएं। सिरसगढ़ धर्मस्थान संस्था द्वारा कोरोना काल में आगे आकर जो समाजसेवा का कार्य किया गया है उसकी भी मुख्यमंत्री द्वारा सराहना की गई। मुख्यमंत्री ने इस धर्मस्थान के पदाधिकारियों द्वारा समाज कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए प्रशंसा की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी व सरकार ने संतो का मान-सम्मान बढ़ाने का काम किया है तथा डा0 भीम राव अम्बेडकर जयंती, महर्षि वाल्मीकि जयंती, गुरू रविदास जयंती, कबीर जयंती को सरकारी तौर पर मनाया गया है। सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की गई हैं।