हिमाचल प्रदेश की बेटियों ने एशियन खेलों में कबड्डी में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। आज गुरुवार को धर्मशाला में उनका भव्य स्वागत किया गया। यहां बता दें कि एशियन गेम्स कबड्डी में भारतीय टीम में सात अक्टूबर को स्वर्ण पदक जीता था। भारत की टीम में हिमाचल की पांच खिलाड़ी शामिल थी। एशियन खेलों में कबड्डी में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाली सेंटर ऑफ एक्सीलेंस धर्मशाला की ज्योति ठाकुर और पुष्पा राणा आज धर्मशाला पहुंची।
साई के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र धर्मशाला की प्रशिक्षु ज्योति ठाकुर ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, इस दिन के लिए हमने कई वर्षो तक कड़ी मेहनत की थी। इसका श्रेय कोच, साई स्टाफ और परिजनों को जाता है। बचपन में पिता राकेश कुमार ने कबड्डी खेलने की प्ररेणा मिली थी। वह भी एक अच्छे कबड्डी खिलाड़ी है। वहीं मेरी बहने अर्चना और कविता के साथ कबड्डी खेलते थे। कबड्डी में कई कठिनाई आई पर हर बार सफल होकर ही निकले थे। एक बार पैर में कट लगने से सोचने को मजबूर हो गई थी कि कबड्डी छोड़ दे तो पर आगे कड़ी मेहनत कर उस डर को भी दूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि अगर अपने लक्ष्य को पाना है तो हम सोशल मीडिया आदि से दूर रहना होगा। हम इनसे दूर रहकर जितना समय अपने खेल पर देंगे और अभ्यास करेंगे। हमें उसी अभ्यास के दम पर अपने लक्ष्य का प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला इंटरनेशनल टूयर था, खुशी है कि मैं देश के लिए खेलते हुए देश के लिए मैडल लेकर आई। और आगे भी यही सपना है कि जिस तरह हम देश के लिए गोल्ड मैडल लेकर आए हैं, इसी तरह हम बार-बार देश के लिए गोल्ड मैडल लेकर आएं और अगले 3 से 4 साल खेलते हुए देश का नाम रोशन करें।