हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र,धर्मशाला में पिछले दिनों NSUI के कार्यकर्ताओं द्वारा विद्यार्थी परिषद के निहत्थे कार्यकर्ता के पीछे रोड और डंडे लेकर उसे जान से मारने की कोशिश की जिसका विद्यार्थी परिषद ने विरोध किया विरोध प्रदर्शन में शामिल विद्याथी परिषद के कार्यकर्ताओं पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सरकार के दबाव में आकर एक तरफा कार्यवाही करते हुए 5 छात्र नेताओं को निलंबित किया।
विद्यार्थी परिषद हमेशा गलत का विरोध और सही का समर्थन करती है और करती रहेगी।
इसी कड़ी में विद्यार्थी परिषद ने कांग्रेस के पीछलगू छात्र संगठन एनएसयूआई का विरोध करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला एनएसयूआई के कार्यकर्ता हमेशा रात को शराब पीकर समाजहित और छात्रहित के लिए काम करने वाले विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के कमरों के बाहर आकर उन्हें गाली गलौज देने का काम करते रहते हैं जिसकी कई बार विद्यार्थी परिषद ने पुलिस कंप्लेंट भी की है।
पिछले दिनों एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अराजकता का परिचय देते हुए विद्यार्थी परिषद के निहत्थे कार्यकर्ता के पीछे दराट और रोड लेकर भागे ओर उसे जान से मारने की कोशिश की।
जिसका विरोध विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में किया लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने सरकार के दवाब में आकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर कोई कार्यवाही नहीं की बल्कि जो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इस घटना का विरोध कर रहे थे उन्हीं कार्यकर्ताओं पर विश्वविद्यालय ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए 5 छात्र नेताओं का निलंबन किया।
प्रदेश सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की वजह कानून व्यवस्था बिगाड़ने में लगी है कांग्रेस सरकार अपराधियों को शह देने का काम कर रही है।
जब से यह सरकार सत्ता में आई है तब से हिमाचल प्रदेश की कानून व्यवस्था बिल्कुल चर्मरा चुकी है।
कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बजाय यह कांग्रेस की सरकार और प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू शिक्षण संस्थानों को अपनी राजनीति का अड्डा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
जिसका विद्यार्थी परिषद ने आज धरना प्रदर्शन के माध्यम से विरोध किया और कहा कि अगर जल्द से जल्द विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का निलंबन वापस नहीं लिया तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में उग्र से उग्र आंदोलन इस प्रशासन के खिलाफ और इस तानाशाही सरकार के खिलाफ करेगी।