शिमला।
कांगड़ा और हमीरपुर में हाल ही में आयकर विभाग और ईडी की रेड से हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल मची हुई है। इस रेड के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू को विपक्ष ने निशाने पर ले लिया है। आयकर विभाग और ईडी की रेड स्टोन क्रशर और होटल मालिकों पर की गई। कांगड़ा और नादौन के स्टोन क्रशर के मालिक मुख्यमंत्री सुक्खू के करीबी बताए जा रहे हैं और कांग्रेस कमेटी में भी सदस्य हैं। ईडी ने 4 जुलाई को ज्वालामुखी (कांगड़ा) तहसील अंतर्गत अधवानी गांव में मैसर्स जय मां ज्वाला स्टोन क्रशर के मालिक ज्ञान चंद और अन्य संबंधित लोगों के परिसरों में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान ईडी को प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध खनन के बारे में हैरानी करने वाले साक्ष्य मिले बताए जा रहे हैं।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में खनन से जुड़े कारोबारियों के यहां हुई छापेमारी में घपले की पुष्टि हुई है, लेकिन इन कारोबारियों की मुख्यमंत्री से नज़दीकी की बातें समाने आ रही हैं। मुख्यमंत्री को इस मामले में प्रदेश की जनता को जवाब देना चाहिए कि जांच एजेंसियां जिनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की तैयारी कर रही हैं, उनका मुख्यमंत्री से क्या संबंध है? कांग्रेस सरकार ने विकास के बजाय घोटालों को तरजीह दी है। जनता के मुद्दे से सरकार को कोई सरोकार नहीं है। सरकार तानाशाही से विपक्ष की आवाज़ को दबाने का काम कर रही है। उपचुनाव जीतने के लिए सरकार ने सत्ता का जितना दुरुपयोग कर सकती थी, वह कर चुकी है। सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़ जनता में रोष है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समय प्रदेश में भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। घोटालों से प्रदेश की छवि ख़राब हो रही है, माफिया सक्रिय हैं। क़ानून व्यस्था ध्वस्त है लेकिन मुख्यमंत्री अपनी सरकार बचाने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि समाचारों की मानें तो वहां पर भारी धांधली का मामला सामने आया है। ये जांच खनन कारोबारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर, शिकायतों और फील्ड वेरिफिकेशन रिपोर्ट के आधार पर शुरू की गई है। शुरुआती जांच में ही ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को ऐसे कई दस्तावेज मिले हैं जिससे पता चलता है कि ये दोनों सैकड़ों करोड़ के स्कैम में शामिल हैं। इतने गंभीर मामलों के आरोपी की हिमाचल के मुख्यमंत्री के साथ नज़दीकी की बात भी मीडिया के माध्यम से सामने आ रही है। इसके पहले भी अपने चहेतों के लिए नियमों में फेरबदल के आरोप भी उन पर लगते रहे हैं। किसी भी आरोप पर मुख्यमंत्री ने अपनी सफ़ाई नहीं दी है।
हमारा काम है तानाशाह होती सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए मित्रों की टोली ही सब कुछ है, वह उन्हीं के हित के लिए काम कर रहे हैं। प्रदेश के लोगों के जनहित के मुद्दे प्राथमिकता में है ही नहीं। जो सरकार जनहित के मुद्दों से हट जाए उसे सत्ता में रहने का हक़ नहीं है। यह सरकार बदलनी चाहिए। हम विपक्ष में हैं, हमारा काम है तानाशाह होती सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना। जनता के हितों के लिए काम न करने वाली सरकार से सवाल पूछना। जनहित के काम करने के लिए सरकार को बाध्य करना। वह हम करते रहेंगे। इस बार प्रदेश के लोग भी घोटाले, भ्रष्टाचार और उसमें मुख्यमंत्री कार्यालय की संबद्धता के बारे में जवाब मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बुधवार को दोपहर राजभवन जाकर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार भेंट की।
धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा का दावा निकल रहा सच
धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा पिछले कई दिनों से लगातार मुख्यमंत्री सुक्खू पर आरोप लगा रहे थे कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं। लेकिन अब सामने आए नए धमाके से हिमाचल की सियासत में हलचल शुरू हो गई है। बताते चलें कि सुधीर शर्मा इससे पहले भी मुख्यमंत्री सुक्खू के ओएसडी पर करोड़ों रुपए की हेराफेरी के आरोप लगा चुके हैं। सुधीर शर्मा हर बार अपने वीडियो मैसेज जारी कर मुख्यमंत्री सुक्खू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते आ रहे हैं।
उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश
उधर, मंत्री जगत सिंह नेगी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी लिए ईडी और आयकर का दुरुपयोग कर रही है।