शिमला।
पिछले छह महीने से भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बनाया हुआ है और कांग्रेस की सरकार को तोड़ने का भाजपा प्रयास कर रही है, लेकिन जनता ने चुनाव में भाजपा के मिशन लोटस को फेल कर दिया है। भाजपा की लीडरशिप को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और बताना चाहिए आखिर क्यों चुनी हुई सरकार को भाजपा गिराना चाहती थी। यह बात शिमला में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 2022 में कांग्रेस को 40 विधायकों का जनादेश मिला था और तीन विधानसभा उपचुनाव के बाद अब एक बार फिर से कांग्रेस के विधायकों की संख्या 41 हो जाएगी। भाजपा का ऑपरेशन लॉट्स हिमाचल प्रदेश में फेल हो गया है अगले साढ़े तीन साल हिमाचल में कांग्रेस की सरकार चलेगी। भाजपा को लोगों से अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश की जनता ने साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ है और सरकार की योजनाओं में विश्वास रखती है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि निर्दलीय विधायक भाजपा और कांग्रेस किसी को समर्थन कर सकते थे, लेकिन अब चुनाव में लोग इनसे पूछ रहे हैं कि अब आप क्या बनना चाहते हैं क्योंकि एमएलए तो वह पहले भी थे। अब दोबारा विधायक बनकर क्या करेंगे। भाजपा को भी अब स्पष्ट करना चाहिए की आखिर क्यों सरकार तोड़ने में लगे हैं और छह महीने का पूरा पैकेज क्या था, किसके कहने पर किया गया? दलबदल को भाजपा के कॉडर ने भी पसंद नहीं किया है। कांग्रेस ने OPS को लागू किया है लेकिन भाजपा को OPS पर स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने फाइनेंस कमीशन के सामने सभी बातों को स्पष्ट किया है। केंद्र सरकार ने वित्तीय सहायता को कम किया है। कर्ज़ की सीमा घटाई और फॉरेन फंडिंग पर केपिंग लगा दी है। भाजपा ने जबरदस्ती जनता पर उप चुनाव का बोझ डाला है। भाजपा जितनी मर्जी ताकत लगा ले कांग्रेस भारी बहुमतों से तीनों सीट पर जीतेगी। नालागढ़ में भाजपा झूठ का प्रोपोगंडा चला रही है। बीते डेढ साल में विपक्ष ने रचनात्मक विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई। कानून व्यवस्था की छिटपुट घटना और वित्तीय संकट पैदा करके भाजपा राष्ट्रपति शासन लगाने के सपने देख रही है लेकिन इन घटनाओं पर नहीं गिरेगी। नेता विपक्ष को समझ लेना चाहिए कि सरकार नहीं गिरने वाली, अब समय माफी मांगने का है। जयराम ठाकुर सरकार बनाने के सपने देखने के बजाय जनता से अपने कृत्य के लिए माफ़ी मांगें।