हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व विधायकों को उनके अपने-अपने विस चुनाव क्षेत्र में प्रत्याशी घोषित कर दिया है। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करने और इसके बाद विस के बजट सत्र में बजट पर होने वाले वोटिंग में पार्टी व्हीप का उल्लंघन करके अनुपस्थित रहने पर कांग्रेस के इन छह विधायकों को विस की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद इन सभी ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी, मगर वहां बात ना बनती देख भाजपा ने इन्हें पार्टी में शामिल करवाने के साथ ही अब इन्हें पार्टी का प्रत्याशी बनाकर इन्हें बगावत का तोहफा दिया है।
इनमें धर्मशाला से सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजेन्द्र राणा, गगरेट से चैतन्य शर्मा, कुटलैहड़ से देवेन्द्र कुमार भुट्टो, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल और लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर शामिल हैं। अब लोकसभा की चार सीटों के साथ होने वाले विस की छह सीटों के उपचुनाव में कांग्रेस के ही बागियों का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशियों से होगा। इन सभी ने हिमाचल के तीन निर्दलीय विधायकों के साथ तीन दिन पहले ही नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।