भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेश, विधायक सुभाष सुधा ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर गीता महा पूजन के साथ ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर दीपदान किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेश, विधायक सुभाष सुधा ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर गीता महापूजन के साथ ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर दीपदान किया। इस दीपदान के साथ ही परम्परा अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 पर जयंती कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में जहां सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर के पावन तट पर हजारों दीपक जलाएं वहीं कुरुक्षेत्र और 48 कोस के तीर्थ स्थलों पर भी दीपक जलाए गए। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा। इस दौरान हवा में रंग-बिरंगे हिंडौले भी छोड़े गए और आतिशबाजी का नजारा भी देखने लायक था। इस आरती का मंत्र उच्चारण बलराम गौतम ने करवाया। अंतर्र्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता और ब्रह्मसरोवर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों का उच्चारण शुरू हो गया था इन शखोकोंच्चारण से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पूरी फिजा गीतामय हो गई। इसके साथ ही विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर हजारों दीपकों को रोशन किया गया। इन दीपों की रोशनी से ब्रह्मसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा और एक मनमोहक दृश्य नजर आया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का यह समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अद्भुत रहा और हजारों दीपों की दीपमाला से ब्रह्मसरोवर ही नहीं कुरुक्षेत्र का दृश्य अद्भुत नजर आया। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्ध के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है। इस महाभारत के बीच शांति का संदेश देना किसी भी इतिहास में नजर नहीं आया है। उन्होंने कहा कि महोत्सव के कार्यक्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया। इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्रम रहे। उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर से 8वें अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के सभी कार्यक्रमों को अच्छे ढंग से आयोजित करने और शहर की समाजसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके प्रशासन ने सराहनीय कार्य किया है तथा आने वाले समय में शहर की संस्थाओं के सहयोग से महोत्सव को ओर यादगार बनाया जाएगा। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव है, इसलिए कुरुक्षेत्र प्रशासन और केडीबी के प्रयास सराहनीय रहे है।