स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय कल्याडा में सात दिवसीय विशेष एनएसएस कैंप का समापन हो गया। कैंप के समापन समारोह में स्कूल के उप प्रधानाचार्य कविता मुख्य अतिथि ने किया। कैंप की विभिन्न गतिविधियों के बारे में मुख्यातिथि को अवगत कराया गया ।
सात दिनों में स्वयंसेवी बच्चो द्वारा विभिन्न कार्य जैसे कि स्कूल प्रांगण का रखरखाव , बाजार और आसपास के क्षेत्र की साफ सफाई , सामाजिक गतिविधियों , सांस्कृतिक कार्यक्रम , और अन्य शिक्षा संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए गए।
एनएसएस प्रभारी डेविड ने बताया कि सात दिनों में जिला कांगड़ा के विभिन्न स्थानों से Resource Person के रूप मे डॉक्टर अंकिता, तंगज़ीन, राघवन, दिनेश,उद्यो शास्त्री ने आकर स्वयंसेवियों को एनएसएस कार्यक्रम के बारे में और एनएसएस की विशेषताएं बताई गई।
इसके अतिरिक्त हर रोज लगने वाले बौद्धिक सत्र मे इन्होने योग क्रियाओ,नई और नव ऊर्जा, अनुशासन, दलाई लामा जीवनी के बारे मे बताया गया और पर्यावरण की रक्षा तथा प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों द्वारा भी बच्चों को संस्कृति और संस्कारों का ज्ञान दिया गया । समापन कार्यक्रम में उप
प्रधानाचार्य कविता ,प्रवक्ता रवि, श्याम, सुरजीत सिंह, प्रियंका राणाऔर अन्य स्टाफ उपस्थित था।
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) भारत सरकार, युवा मामलों और खेल मंत्रालय की एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसे औपचारिक रूप से 24 सितंबर, 1969 को शुरू किया गया। यह ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों और स्कूलों के छात्र युवाओं को अवसर प्रदान करता है। एनएसएस के उद्देश्य एनएसएस का एकमात्र उद्देश्य युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करना है। एनएसएस आदर्श वाक्य राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य है “नॉट मी बाउट यू”।
यह योजना प्रमुख रूप से छात्रों को सामुदायिक सेवा की ओर उन्मुख करती है, जब वे शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे होते हैं, जिससे सामुदायिक कल्याण के प्रति उनके व्यक्तित्व और आंतरिक भावनाओं का विकास होता है। एनएसएस छात्र को व्यक्तिगत रूप से और समूह के रूप में भी बढ़ने में मदद करता है ।
राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत प्रमुख गतिविधियां
1. राष्ट्रीय एकता शिविर: राष्ट्रीय एकता शिविर (एनआईसी) हर साल आयोजित किया जाता है और प्रत्येक शिविर की अवधि दिन-रात बोर्डिंग और लॉजिंग (आना जाना और रुकना) के साथ 7 दिन का होता है।
2. साहसिक कार्यक्रम: ये कार्यक्रम हर साल आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लगभग 1500 राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों द्वारा भाग लिया जाता है, जिनमें से कम से कम 50% स्वयंसेवक लड़कियां होती हैं। ये शिविर उत्तरी पूर्व क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश और हिमालयी क्षेत्र में आयोजित किए जाते हैं।
3. गणतंत्र दिवस परेड शिविर: शिविर हर साल 1 से 31 जनवरी के बीच दिल्ली में होता है। एनएसएस का यह दल राजपथ पर नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में भी शामिल होता है।
4. राष्ट्रीय युवा महोत्सव: देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारों के सहयोग से राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर साल 12 से 16 जनवरी तक भारत सरकार के युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किए जाता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक के रूप में नामांकन करने के लिए अपने स्कूल / कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी से संपर्क करें। राष्ट्रीय सेवा योजना में रजिस्ट्रेशन फ्री है। राष्ट्रीय सेवा योजना में स्वयंसेवक को दो साल की अवधि में कुल 240 घंटे की सामाजिक सेवा समर्पित करना आवश्यक है। राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक को प्रति वर्ष 20 घंटे उन्मुखीकरण और 100 घंटे सामुदायिक सेवा में देना पड़ता है।
एनएसएस के उद्देश्य:
1. जिस समुदाय में काम कर रहे हैं, उसे समझना।
2. समुदाय की समस्याओं को जानना और उन्हें हल करने के लिए उनको शामिल करना।
3. सामाजिक और नागरिक जिम्मेदारी की भावना का विकास करना।
4. समूह स्तर पर जिम्मेदारियों को बांटने के लिए आवश्यक क्षमता का विकास करना।
5. आपातकाल और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए उनको विकसित करना।
6. राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का अभ्यास करना।
7. नेतृत्व गुणों और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण को प्राप्त करना।
8. सामुदायिक भागेदारी को जुटाने के कौशल को प्राप्त करना।