देहरा।
कांगड़ा जिला अंतर्गत देहरा विधानसभा में 10 जुलाई को उपचुनाव होना है लेकिन इससे पहले की यहां पर बुधवार को खेला हो गया। इस उप चुनाव में भी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर दर्द का पहाड़ डॉ राजेश शर्मा पर इस कद्र टूटा कि वे एकाएक बागी हो गए। इतना ही नहीं बुधवार को एक आपात सभा के दौरान विचार व्यक्त करने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें तत्काल उपचार के लिए देहरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि डॉ राजेश शर्मा को पैनिक अटैक आया है। सभा के दौरान डॉ राजेश शर्मा इस बार भी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर इतने ज्यादा भावुक हो गए कि पत्नी को गले लगाकर फूट-फूट कर रोने लगे। इस पर मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें दिलासा देने का प्रयास किया लेकिन उन्हें कुछ समय बाद पैनिक अटैक आ गया। इस पूरे पूरे घटनाक्रम से अब प्रदेश कांग्रेस में सियासत तेज हो गई है।
बताते चलें कि हाल ही में धर्मशाला में हुए विधानसभा के उपचुनाव में भी डॉ राजेश शर्मा को टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन बाद में उन्हें मायूस होना है। यही स्थिति एक बार फिर देहरा उपचुनाव के दौरान भी हो गई। कांग्रेस पार्टी की ओर से हमीरपुर और नालागढ़ के टिकट घोषित करने के बाद देहरा पर पेंच फंसा हुआ था। सियासी गलियारों में चर्चा थी कि देहरा से इस बार डॉ राजेश शर्मा या रमेश धवाला में कौन बाजी मारता है, लेकिन खेल ऐसा पलटा की टिकट सीधा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर की झोली में जाकर गिर गया। डॉ राजेश शर्मा को इस बार काफी ज्याद उम्मीद थी कि इस बार उन्हें पार्टी टिकट अवश्य देगी। ज्ञात रहे कि वर्ष 2022 में हुए विधानसभा के चुनाव में डॉ राजेश शर्मा को कांग्रेस पार्टी से टिकट मिला था, लेकिन वे होशियार सिंह से हार गए थे। इस चुनाव में डॉ राजेश शर्मा करीब 4000 मतों से चुनाव हार कर दूसरे स्थान पर रहे थे।
मुख्यमंत्री सुक्खू पर जड़े गंभीर आरोप
इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने बुधवार को देहरा में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई और मुख्यमंत्री सुक्खू पर गंभीर आरोप जड़ते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने उनका अपहरण कर लिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें ओकओवर में बंधक बनाकर रखा था। डॉ राजेश शर्मा ने मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मेरी या मेरे परिवार की हत्या होती है तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री सुक्खू होंगे। डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि अगर उन्हें हार्ट अटैक भी आया तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री सुक्खू होंगे। सभा के दौरान डॉ राजेश शर्मा रोने लगे और फिर उन्हें पैनिक अटैक आ गया। फिलहाल उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल देहरा में भर्ती कराया गया है।