पालमपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर योग और स्वदेशी के लिए अत्यंत सराहनीय व ऐतिहासिक कार्य करने पर स्वामी रामदेव को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है।
शांता कुमार ने पत्र में लिखा कि यह भारत के लिए सौभाग्य की बात है कि 21 जून को एक बार फिर पूरा विश्व योगमय हो जाएगा। सदियों तक योग कुछ आश्रमों तक सीमित रहा। भारत के इतिहास में पहली बार एक अकेले सन्यासी स्वामी रामदेव ने आस्था चैनल के सहयोग से सदियों बाद योग को घर घर तक पहुंचाया। उन्होंने विदेशों में योग का प्रचार किया। उन्होंने लिखा कि स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी ने स्वदेश का मंत्र दिया और विदेशी माल की होली जलाई। इसके बाद देश आजाद हुआ। सरकारें आती गई जाती गई लेकिन महात्मा गांधी का स्वदेश का सपना सपना ही रहा। लेकिन स्वामी रामदेव ने अपने सहयोगी आचार्य बाल कृष्ण के सहयोग से स्वदेश उत्पाद और उनकी विश्वसनीयता की आंधी का महात्मा गांधी से स्वदेशी के सपने को साकार करके दिखाया। इतना ही नहीं रामदेव ने पतंजलि स्वदेशी उत्पाद के माध्यम से देश के लाखों लोगों को रोजगार भी दिया।
शांता कुमार ने पत्र में लिखा स्वामी रामदेव को सम्मान देकर हजारों साल पहले के उन ऋषि मुनियों को बहुत बड़ी श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने तपस्या कर साधना से योग के वरदान का आविष्कार किया था।